विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत को एक बार फिर लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत से मेडल की उम्मीद ।
जापान की राजधानी टोक्यो में ओलिंपिक गेम्स के एक साल बाद फिर एक बड़े खेल आयोजन की शुरुआत हो गई है। सोमवार 22 अगस्त को टोक्यो में BWF विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का आगाज हो गया और टूर्नामेंट का पहला ही दिन भारत के लिए काफी हद तक अच्छा रहा। भारत की ओर से खिताब के सबसे बड़े दावेदार युवा शटलर लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल्स में आसान जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की। हालांकि, वर्ल्ड चैंपियनशिप के पूर्व मेडलिस्ट बी. साई प्रणीत को हार का सामना करना पड़ा।
पूर्व विश्व चैंपियन और कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट पी .वी. सिंधु इस बार चोट के कारण चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले रही हैं। ऐसे में अन्य भारतीय खिलाड़ियों पर खासी नजरें हैं खास तौर पर महिला सिंगल्स में सायना नेहवाल पर। सायना तो अपना पहला मैच मंगलवार को खेलेंगी, लेकिन सोमवार को चैंपियनशिप के पहले दिन कोर्ट पर उतरे ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों को जीत नसीब हुई।
पिछले साल से ही लगातार शानदार लय में चल रहे 21 साल के लक्ष्य सेन ने पहले राउंड में आसान जीत हासिल की। दो हफ्ते पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन बने लक्ष्य सेन ने डेनमार्क के हैंस-क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगस को सीधे गेम में शिकस्त दी। पिछले साल ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले लक्ष्य ने विटिंगस को 21-12, 21-11 से हराया।
वहीं मेंस सिंगल्स के मौजूदा सिल्वर मेडलिस्ट और भारत के शीर्ष शटलर किदांबी श्रीकांत ने भी पहला राउंड जीत लिया। कॉमनवेल्थ गेम्स के अंतिम दौर से ही लय के लिए जूझ रहे CWG ब्रॉन्ज मेडलिस्ट किदांबी ने आयरलैंड के न्हाट गुयेन को कड़े मुकाबले में 22-20 21-19 से हराया। वहीं, थॉमस कप में भारत की जीत के सबसे बड़े स्टार साबित हुए अनुभवी एचएस प्रणॉय ने बिना किसी तकलीफ के ऑस्ट्रिया के लुका रैबर पर 21-12 21-11 से जीत हासिल की हालांकि, अब दूसरे ही राउंड में प्रणॉय को जापान के दिग्गज दूसरी वरीयता प्राप्त केंटो मोमोटा से भिड़ना होगा।