भाद्रपद महीना शुरू, इस महीने है कृष्ण जन्माष्टमी व्रत
जन्माष्टमी के पर्व को हिंदू मानएताओॆ में काफी अहम माना जाता है। क्योंकि कहा जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने जन्म लिया था। हिंदू परंमपराओं के अनुसार हिंदू पंचांग भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी भगवान कृष्ण पैदा हुए थे।। इसलिए जन्माष्टमी को इन्हीं नक्षत्रों में मनाए जाने की परंमपरा है। इस साल भगवान कृष्ण का जन्म यानि जन्माष्टमी 30 अगस्त को मनाई जाएगी। इसी महीने में हरछठ यानि बलराम का भी जन्मदिन मनाया जाता है। जन्माष्टमी का ये महीना सावन के बाद आता है। बलराम का जन्म के बाद ही जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है।
बता दें कि इस लोग भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद लेकर उनसे अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रर्थना करते हैं। इस व्रत रखने की भी परंमपरा है। कीर्तन-भजन के साथ श्रीकृष्ण की पूजा पूरे विधी-विधान के साथ की जाती है। ज्योतिषों और पंड़ितों का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने रात के समय 12 बजे जन्म लिया था। जिसके चलते इस साल जन्माष्टमी 29 अगस्त की रात 12 बजे मनाई जाएगी। इसके साथ ही 29 की रात बजे शुरू होकर 30 अगस्त की रात 12 बजे खत्म होगी।
लोग जन्माष्टमी का त्योहार पूरे हर्ष उल्लास केसाथ मनाते हैं। इस दिन श्रीकृष्ण को अच्छे से सजाया जाता है। उनको नए कपड़े पहनाए जाते हैं। सभी महिलाएं व्रत रख कर भगवान के भोग लगाती हैं। पूजा अर्चना के साथ भगवान श्रीकृष्ण की आरती करती हैं उनको झूला झूलाती है। जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को झूला झूलाने की बहुत मानएता है।