ऋषि का सद्ज्ञान जीवन का आधार है:.उमानंद शर्मा

लखनऊ: गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘अम्बालिका इंस्टीटियूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड टेक्नॉलजी, मौरावां रोड, मोहनलालगंज लखनऊ‘‘ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 373वाँ ऋषि वाङ्मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट गायत्री मंदिर इन्दिरा नगर लखनऊ के सक्रीय कार्यकर्ता हंस जी ने अपने पूर्वजों की स्मृति में तथा उमानंद शर्मा ने छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि का सद्ज्ञान जीवन का आधार है‘‘ इस अवसर पर पी.डब्लू.डी. के पूर्व ई.एन.सी. वी.के. श्रीवास्तव, संस्था के सहायक निदेशक डॉ. एस.के.एस. तोमर, ने भी अपने विचार रखे ।
इस अवसर पर उमानंद शर्मा, वी.के. श्रीवास्तव सहित हंस जी, संस्था के चेयरमैन अम्बिका मिश्रा निदेशक आलोक मिश्रा, अतिरिक्त निदेशक डॉ0 श्वेता मिश्रा, डीन, सहायक निदेशक डॉ. एस.के.एस. तोमर, डीन रवि शंकर मिश्र, निदेशक आलोक मिश्र, सहित छात्र-छात्रायें, संकाय सदस्य मौजूद थे।