पाकिस्तान की मदद के लिए गुहार।
पाकिस्तान पहले से ही गंभीर आर्थिक संकट की चपेट में था। अब इस अभूतपूर्व आकस्मिक बाढ़ ने 1,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। महिलाओं और बच्चों समेत कई लाखों देशवासियों को बेघर कर दिया है, और इस संकट को इस हद तक बढ़ा दिया है कि पाकिस्तान के शासकों को आपातकाल घोषित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.पाकिस्तान में अचानक आई बाढ़ और उफनती नदियां कहर बरपा रही हैं, और प्राथमिक अनुमान के अनुसार देश को अब तक 5.5 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। वास्तविक नुकसान की मात्रा बहुत अधिक हो सकती है, क्योंकि विनाशकारी तबाही की विस्तारपूर्वक जानकारी अभी भी सामने नहीं आयी है।
पाकिस्तान ने लगायी मदद की गुहार
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है, क्योंकि आकस्मिक बाढ़ ने देश को तबाह कर दिया है, और लोग ऊंची, सूखी ज़मीन की तलाश में भटक रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय स्वैच्छिक संगठनों के अलावा UK, USA और UAE सहित कई देशों ने अपील का जवाब दिया है। हालांकि संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के सबसे बड़े पड़ोसी, भारत की तरफ से अभी तक किसी मदद की कोई घोषणा नहीं की गयी है। विश्व गुरू बनने की इच्छा रखने वाले एशिया के दूसरे सबसे बड़े राष्ट्र के रूप में, भारत के लिए यह एक नैतिक और मानवीय दायित्व है कि वह 1947 में अपनी उत्पत्ति के बाद से सबसे भीषण संकट की घड़ी में पाकिस्तान की सहायता करे।