हिंसक हुआ विरोध, केशव प्रसाद मौर्य के विरोध के लिए जुटे किसानों पर चढ़ाई कार
विपक्षियों ने साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय क्रूर कृत्य है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की । उन्होंने ट्वीट किया, ”लखीमपुरी खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता तेजिन्दर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई, उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। ”अखिलेश ने आगे लिखा, ”बस एक मांग, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।” राहुल गांधी, बसपा अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, भारतीय किसान यूनियन, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी आदि ने भी ट्वीट कर विरोध जताया।
एडीजी कानून व्यवस्था फौरन मौके पर पहुंचने के निर्देश
डीजीपी मुकुल गोयल ने बताया कि इस घटना में दो किसानों के मौत की खबर है और एक घायल है। उन्होंने बताया कि वहां के मौजूदा हालात को देखते हुए एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को फौरन मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं।
सरकार अब किसानों का दमन करने पर उतारू हो गई है: धर्मेंद्र मलिक
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने आरोप लगाया कि सरकार अब किसानों का दमन करने पर उतारू हो गई है। उन्होंने कहा कि किसान पिछले दस महीने से शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकारों की मांग के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन से कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटने पाई है, लेकिन सरकार उन पर अब किसानों को ताकत के बल पर डराने का काम कर रही है। लखीमपुर की घटना से यही साबित होता है कि सरकार अब किसी भी कीमत पर उन्हें डराने का काम करेगी।