प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71 वां जन्मदिन – विरोध के नाम पर विपक्ष का अनैतिक आचरण
देश के यशस्वी, ओजस्वी और ऊर्जावान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 71वां जन्म दिन देशभर में धूमधाम से मनाया गया। पूरे देश में खुशी व आनंद का वातावरण है लेकिन देश के विरोधी दलों ने उनके जन्म दिन पर भी जिस प्रकार का विरोध प्रदर्शन किया है व उन्हें जिस प्रकार से बधाई दी उससे यह पता चल रहा है कि आज की कांग्रेस व देश के विरोधी दलों के नेताओं का नैतिक पतन भी हो चुका है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज देश प्रगति व विकास के नये सोपान गढ़ रहा है तथा भारत आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से अग्रसर है लेकिन विपक्ष को यह बात पसंद नहीं आ रही है। आजादी के 75 वर्षों के दौरान यह पहली बार हो रहा है कि जब देश के किसी प्रधानमंत्री का इस प्रकार से विरोध किया गया हो।
प्रधानमंत्री के जन्म दिन पर भारतीय जनता पार्टी ने 20 दिनों के लिए सेवा और समर्पण अभियान प्रारंभ किया । प्रधानमंत्री के जन्म दिन के अवसर पर भारत दुनिया में टीकाकरण अभियान में विश्व गुरू बन गया । भारतीय शेयर बाजार कोरोना महामारी से उबरने के बाद विष्व का सबसे बड़ा बजार बनने की ओर तेजी से अग्रसर है आज शेयर बाजार ने नयी ऊचाईयां को छूते हुए फ्रांस को पछाड़कर एक कीर्तिमान बना दिया है। आतंकवाद और विस्तारवाद के खिलाफ पूरी दुनिया अब भारत की ओर देख रही है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत अब तेजी से बदलाव की ओर अग्रसर है लेकिन कांग्रेस को यह विकास और बदलाव पसंद नहीं आ रहा है।पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विषेष गंगा आरती की गयी और उनकी लंबी आयु की कामना की गयी। देश की मशहूर खेल व सिने हस्तियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्म दिन की अनोखे ढंग से बधाई दी लेकिन कांग्रेसी युवराज व उप्र के विरोधी दला के नेताओं को उनका जन्म दिन इस प्रकार से मनाया गया उससे वह खुश नहीं नजर आये।
विरोधी दलां ने इसे भी चुनावी अभियान का एक हिस्सा मान लिया, यह अब तक का सबसे निचले स्तर का गिरा हुआ विपक्ष हे जिसमें नैतिकता का घोर पतन दिखलायी पड़ रहा है। आज का विपक्ष पूरी तरह से अनैतिक, असभ्य और अहंकार से परिपूर्ण हो चुका है। अपने निम्नस्तरीय व्यहार के चलते ही आज विपक्ष जनता के बीच में गिरता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस प्रकार से केवल चार अक्षरों मे जन्म दिन की बधाई दी वह एक प्रकार से प्रधानमंत्री का घोर अपमान ही है।
राहुल गांधी जिस स्कूल में राजनीति और उसमें नैतिकता पढ़ कर आये हैं उसमें उन्हें भारतीय संस्कारों की शिक्षा दीक्षा नही दी गई है। पीएम मोदी को उनकी बधाई की आवष्यकता नहीं है आज पूरा देश पीएम मोदी को बधाई देता है आशीर्वाद देता है और देश की जनता उनके साथ खड़ी है तथा उन्हें अपना आषीर्वाद दे रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अभी भी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
अभी तक किसी प्रधानमंत्री का चाहे वह किसी भी दल या विचारधारा का क्यों न रहा हो उनके जन्म दिन पर इस प्रकार का विरोध प्रदर्शन नहीं किया गया। राष्ट्रीय युवा कांग्रेस ने पीएम मोदी के जन्म दिन पर राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया। कुछ संगठनों ने इसे ब्लैक फ्राइडे के रूप में मनाया। किसानों तथा अन्य मुददों को लेकर अकाली दल ने प्रदर्शन किया और उनके जन्म दिन के अवसर पर देश के तथाकथित किसान संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन किया है।
बीजेपी विरोधी दलां ने बीजेपी द्वारा मनाये जा रहे कार्यक्रमों की सफलता को अपने विरोधी कही आंच से ढंक देना चाहते हैं। विरोधी दलो ने इसे विरोध का एक ऐसा अवसर मान लिया जिसके आधार पर वे अपनी ताकत का सरकार को अहसास दिला सकें। विपक्ष को लग रहा है कि पीएम मोदी के जन्म दिन के बहाने बीजेपी अपनी लोकप्रियता के ग्राफ को तेजी से बढ़ा रही है। लेकिन विपक्ष ने जिस प्रकार का आचरण किया है उससे उसकी लोकप्रियता बढ़ने की बजाय वह रसातल में ही जा रही है। अगले साल यूपी और पंजाब सहित कई राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं। अब विरोधी दलों को पीएम मोदी व बीजेपी की हर बात पर राजनीति ही नजर आयेगी। विपक्ष हर कदम -कदम पर राजनीति करेगा।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। नये संकल्पों के साथ अमृमत महोत्सव मना रहा है। अमृत महोत्सव के दौरान भारत को कोरोना महामारी के बीच भी कई खुषियां मिल रही हैं अभी हाल ही में टोक्यों में संपन्न ओलम्पिक व पैरा ओलम्पिक खेलां में जिस प्रकार से करिष्माई प्रदर्षन किया है , यह उनके नेतृत्व का ही कमाल है। प्रधानमंत्री की योजनाओं से देश का युवा नौकरी देने वाला बन रहा है। किसानो की आय दोगुनी हो रही हैं। उज्जवला योजना से ग्रामीण गरीब महिलाओं के घर में उम्मीदों की एक नयी रोशनी आयी है।
मोदी जी के नेतृत्व में अब कोई योजना लटकती ,अटकती व भटकती नहीं है। सभी गरीबों को आवास व हर घर नल से जल उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना महामारी के काल में सभी 80 करोड़ परिवारों को फ्री राशन वितरण किया गया जिसकी प्रषंसा पूरी दुनिया कर रही है। कोरोना महामारी के काल में भी देश के विकास के पथ पर अग्रसर है जिसके कारण आज देश का विपक्ष परेशान है और विरोध प्रदर्शन कर अपनी भड़ास निकालता है जिसमें जनता गायब रहती है। आज कांग्रेस छटपटा रही है और अनैतिक आचरण कर रही है।