लखनऊ : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा की व्यवस्था के लिए 22 जुलाई को ‘मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ की शुरुआत करेंगे. लोक भवन में गुरुवार को दोपहर 12:00 बजे कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में 16 बच्चों को पैसा व प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। पैसा बच्चों के बैंक खाते में भेज दिया जाएगा.
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि 18 वर्ष की आयु तक के बच्चे जिनके माता या पिता अथवा दोनों की कोविड-19 संक्रमण के कारण मृत्यु हो गयी है, उन्हें ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ के तहत चार हजार रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे. इस योजना के तहत 11 से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों की निःशुल्क शिक्षा, अटल आवासीय विद्यालयों तथा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में कराई जाएगी.
प्रदेश सरकार ऐसी अनाथ बालिकाओं के विवाह योग्य होने पर उनकी शादी के लिए एक लाख एक हजार रुपये उपलब्ध कराएगी. कक्षा नौ या इससे ऊपर की कक्षा में अथवा व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 18 वर्ष आयु तक के ऐसे बच्चों को टैबलेट/लैपटॉप की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.