लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा दावा कर रहे थे कि प्रदेश में बिजली की कोई किल्लत नहीं होगी. सब कुछ प्लानिंग के अनुसार ही हो रहा है. लेकिन मंत्री जी के दावे अब हवा हवाई साबित हो रहे हैं. पूरा प्रदेश इस समय बिजली के संकट से जूझ रहा है.
लखनऊ शहर के वीआईपी इलाकों में भी बिजली गुम होने का सिलसिला जारी है. हर रोज राजधानी के कई उपकेंद्रों से बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए शटडाउन किया जा रहा है. बावजूद इसके लखनऊ समेत प्रदेश भर की बिजली आपूर्ति पटरी पर नहीं आ रही है. प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने गर्मी शुरू होने से पहले ही सैकड़ों बार अधिकारियों से गर्मी में बिजली आपूर्ति दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे, लेकिन जब गर्मी आई तो बिजली विभाग के लापरवाह अधिकारियों के काम की पोल खुल गई. गर्मी में बिजली की मांग बढ़ गयी है. घरों में लोग एसी चला रहे हैं. लोड बढ़ने के कारण बिजली के ट्रांसफार्मर फुंक जा रहे हैं.
बिजली विभाग के बेपरवाह अधिकारी अब नाइट कॉम्बिंग कर रहे हैं. स्वयं मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. सूर्यपाल गंगवार रात में उपकेंद्रों का निरीक्षण कर रहे हैं और अधिकारियों की ड्यूटी भी लगा रहे हैं. लखनऊ के पुराने इलाकों में जमकर बिजली चोरी हो रही है. यह भी एक वजह है कि बिजली विभाग को लोड का अनुमान ही नहीं लग पा रहा है. रात में जमकर पुराने लखनऊ में कटिया से घरों को रोशन किया जाता है और चोरी की बिजली से एसी तक चलाए जा रहे हैं.
तालाब, एलडीए कॉलोनी, राजाजीपुरम के मीना बेकरी इलाके, सपना कॉलोनी, बी ब्लॉक, ई ब्लॉक मार्केट, एफ ब्लॉक, सआदतगंज, पाल तिराहा, सेक्टर सी, सेक्टर डी, मिनी एलआईजी, एचआईजी, चिनहट, विकासनगर, रहीम नगर, अलीगंज, कृष्णा नगर, आलमबाग, अमीनाबाद, निराला नगर, महानगर इलाकों में भी बिजली कटौती से लोग परेशान हैं.
पुराने लखनऊ में सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है. इनमें चौक, ठाकुरगंज, मौलवीगंज, सआदतगंज, खदरा, फैजुल्लागंज, मोहबिल्लापुर (खुदान) वजीरगंज, रकाबगंज, अमीनाबाद, नक्खास, मोहान रोड, कैसरबाग, लकड़मंडी, लोहा मंडी, ऐशबाग, बाजार खाला, मौलवी गंज और इस्माइल गंज में सबसे ज्यादा बिजली चोरी की जा रही है.