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IOA अध्यक्ष का बड़ा बयान, CWG-2022 में भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों के खेलने की संभावना कम, ये है कारण

भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीमों ने हाल ही में टोक्यो ओलिंपिक-2020 में दमदार प्रदर्शन किया था. पुरुष टीम ने कांस्य पदक पदक जीत चार दशक से चले आ रहे पदक के सूखे को खत्म किया तो वहीं महिला टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. महिला टीम हालांकि पदक नहीं जीत सकी थी लेकिन टीम के प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया था. अब दोनों टीमें अगले ओलिंपिक में अपने प्रदर्शन में सुधार चाहती हैं और इसी कारण वह एक बड़े टूर्नामेंट से हट सकती हैं. भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय पुरूष और महिला हॉकी टीमों के बर्मिंघम में अगले साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में भाग लेने की संभावना बेहद कम है क्योंकि वे एशियाई खेलों के दौरान अपनी शीर्ष फॉर्म में रहना चाहेंगी जो पेरिस ओलिंपिक-2024 के लिए क्वालीफायर टूर्नामेंट है.

बत्रा ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार को यहां एक औपचारिक बैठक के दौरान भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के महानिदेशक संदीप प्रधान को इस बात से अवगत करा दिया है.अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के प्रमुख और हॉकी इंडिया (HI) के पूर्व अध्यक्ष बत्रा ने कहा कि भारतीय हॉकी टीम की प्राथमिकता एशियाई खेलों में अपने शिखर (लय और फिटनेस ) पर पहुंचना है, जो राष्ट्रमंडल खेलों के ठीक 35 दिन बाद शुरू होगा. बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होना है जबकि एशियाई खेलों की मेजबानी चीन का हांग्जो 10 से 15 सितंबर तक करेगा.

हॉकी इंडिया से की चर्चा

हॉकी इंडिया में प्रभुत्व रखने वाले बत्रा ने यहां जारी बयान में बताया, ‘‘हॉकी इंडिया के साथ मेरी प्रारंभिक चर्चा के आधार पर अब इस बात की संभावना कम है कि भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमें राष्ट्रमंडल खेलों-2022 में भाग लेगी. हॉकी इंडिया यह नहीं चाहेगा कि उसके खिलाड़ी एशियाई खेलों 2022 से 35 दिन पहले अपने खेल के शीर्ष पर पहुंचे. उसकी कोशिश होगी की खिलाड़ियों की लय और फिटनेस एशियाई खेलों के समय शीर्ष पर रहे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘2022 में राष्ट्रमंडल खेल चीन में एशियाई खेलों से ठीक 35 दिन पहले हैं और हॉकी में एशियाई खेलों का विजेता सीधे 2024 पेरिस ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई कर लेगा. इसलिए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना पुरुष और महिला हॉकी टीम दोनों के लिए जरूरी है.’’

छोटा हो सकता है दल

गोल्ड कोस्ट (2018) राष्ट्रमंडल में भारत का प्रतिनिधित्व खिलाड़ियों के 216 सदस्यीय दल द्वारा किया गया था, जहां देश ने 26 स्वर्ण, 20 रजत और इतने ही कांस्य पदक हासिल किए थे. भारत कुल 66 पदक के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था. बर्मिंघम खेलों से निशानेबाजी और तीरंदाजी को पहले ही हटा दिया गया है और अब हॉकी टीम के बाहर होने की संभावना है, ऐसे में आगामी खेलों में भारतीय दल बहुत छोटा होगा.

बत्रा ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों 2022 के लिए भारतीय दल में खिलाड़ियों की संख्या 2018 की तुलना में बहुत कम होगी. इसमें 36 हॉकी खिलाड़ियों के साथ निशानेबाजी और तीरंदाजी के खिलाड़ी भी शामिल नहीं होगें. लगभग 18 निशानेबाज और आठ तीरंदाजों को मिलाकर 2018 की तुलना में 62 खिलाड़ी कम हो गए. इसके कारण 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिए पदकों की संख्या भी पहले की तुलना में कम होगी.’’

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