कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान आज दूसरे दिन जंतर-मंतर पर किसान संसद चलाएंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की किसान संसद के मद्देनज़र जंतर-मंतर पर सुरक्षा बल तैनात किया गया है। किसान संसद पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि10 राज्यों के लोग इसमें थे, उन्होंने अपने-अपने राज्यों और तीन कृषि कानूनों व इससे होने वाले नुकसानों के बारे में बताया। जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानेगी, तब तक हम बॉर्डर नहीं छोड़ेंगे।
गौरतलब है कि केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ संसद के मानसून सत्र के साथ ही जंतर मंतर पर किसानों ने अपना संसद शुरू किया है। जंतर मंतर, संसद भवन से कुछ ही दूरी पर स्थित है जहां मॉनसून सत्र चल रहा है। किसानों ने कहा कि किसान संसद आयोजित करने का उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि अपने 600 लोगों की जान गंवाने के बाद भी उनका आंदोलन अब भी जारी है। अपने-अपने यूनियनों के झंडे हाथों में थामे 200 किसानों के एक समूह ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन करते हुए विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी मांगी।