अफगानिस्तान पर चर्चा के लिए केंद्र सरकार ने आज बुलाई सर्वदलीय बैठक, एस जयशंकर देंगे मौजूदा हालातों की जानकारी
इस दौरान अफगानिस्तान में फंसे नागरिकों को बाहर निकालने के लिए भारत की तरफ से की जा रही कोशिश और मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे.

अफगानिस्तान के हालात को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. बैठक सुबह 11 बजे होनी है. दरअसल सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सभी राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को अफगानिस्तानों के हालातों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जयशंकर सर्वदलीय बैठक में सभी फ्लोर लीडर्स को इस बारे में जानकारी देंगे.
इस दौरान देश में फंसे नागरिकों को बाहर निकालने के लिए भारत की तरफ से की जा रही कोशिश और मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे. वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि उन्हें बैठक का निमंत्रण मिला है और वह इसमें शामिल होंगे.
800 लोगों को लाया जा चुका है भारत
मामले से संबंधित जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल में 16 अगस्त से करीब 800 लोगों को दिल्ली लाया जा चुका है.तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग काबुल एयरपोर्ट पर जमा हो रहे हैं और देश छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. भारत ने भी 16 अगस्त से लोगों को निकालने का अभियान शुरू किया था. भारत सरकार ने अफगानिस्तान से नागरिकों को निकालने के अभियान को “ऑपरेशन देवी शक्ति” नाम दिया है. इस अभियान के नाम का पता तब चला जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दुशांबे से 78 लोगों के भारत आने पर इसका जिक्र किया.
भारत मंगलवार को दुशांबे से 78 लोगों को वापस लाया, जिनमें 25 भारतीय नागरिक और कई अफगान सिख एवं हिंदू शामिल थे. एक दिन पहले उन्हें भारतीय वायु सेना के सैन्य परिवहन विमान से काबुल से दुशांबे पहुंचाया गया था. एस जयशंकर ने ट्विटर पर लिखा, “ऑपरेशन देवी शक्ति जारी है. काबुल से दुशांबे के जरिए 78 लोग पहुंचे हैं. भारतीय वायुसेना, एयर इंडिया और टीम विदेश मंत्रालय को उनके बिना थके प्रयासों के लिए सलाम.”
यह भी पढ़ें: अमेरिका ने अब तक 88 हजार लोगों को काबुल से निकाला, 31 अगस्त तक सभी को निकलने पर प्लान