आंध्र प्रदेश के तिरुपति के पास रेनीगुंटा में नए बने कार्तिक चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में रविवार तड़के भीषण आग लग गई, जिसके चलते एक डॉक्टर सहित उनके दो बच्चों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, पुलिस और दमकल की गाड़ियां घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रण में लिया तथा आग पर काबू पाया। पुलिस ने बताया कि दो मृत बच्चों की पहचान 22 वर्षीय सिद्धार्थ रेड्डी और 6 वर्षीय कार्तिका के रूप में हुई है। जबकि मृतक डॉक्टर की पहचान डॉ. रविशंकर रेड्डी के रूप में हुई है।
हालांकि इस घटना में बच्चों की मां और दादी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बच्चों की मां का नाम डॉ. अनंत लक्ष्मी बताया जा रहा है। दोनों बच्चों और पति की मौत से वे सदमे हैं। दमकल अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल में आग बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होने की संभावना है। जिसकी चपेट में ये दो बच्चे और उनके पिता आ गए और उनकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, ये अस्पताल डॉक्टर रविशंकर रेड्डी द्वारा संचालित किया जा रहा था। रविवार तड़के करीब चार बजे कार्तिक प्राइवेट क्लिनिक में आग लग गई. जिसके बाद तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी गई।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘इस क्लिनिक में पांच लोग मौजूद थे, जिनमें रविशंकर रेड्डी, उनकी पत्नी अनंत लक्ष्मी, मां रामा सुब्बम्मा और दो बच्चे सिद्धार्थ और कार्तिका शामिल हैं. आशंका है कि आग बिजली के शॉर्ट सर्किट की वजह से ही लगी है. घटना की सूचना मिलने पर रेनीगुंटा पुलिस दमकल कर्मियों के साथ मौके पर पहुंची. जिसके बाद अनंत लक्ष्मी, रमा सुब्बम्मा और दो बच्चों को इस इमारत से बाहर निकाला गया। हालांकि सिद्धार्थ और कार्तिका की रुइया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना में डॉक्टर रविशंकर रेड्डी 90 प्रतिशत तक जल गए थे, जिसकी वजह से उन्होंने भी दम तोड़ दिया।