मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ( Satya Pal Malik) ने एक बार फिर तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन किया है. उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आलोचना करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से शनिवार को करनाल में हुए “क्रूर” लाठीचार्ज के लिए माफी मांगने की मांग की है, जिसमें 10 लोग घायल हुए थे.
राज्यपाल मलिक ने एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों से माफी मांगनी चाहिए. हरियाणा के मुख्यमंत्री किसानों पर लाठियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने बल प्रयोग नहीं किया. मैंने शीर्ष नेतृत्व से कहा कि बल प्रयोग न करें.’ उन्होंने खुद को भी “किसान का बेटा” बेटा बताया है.
उन्होंने विवादित वीडियो का हवाला देते हुए कहा, ‘एसडीएम (उप-मंडल मजिस्ट्रेट आयुष सिन्हा) को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. वह एसडीएम पद के लिए फिट नहीं हैं. सरकार उनका समर्थन कर रही है.’ अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. राज्यपाल इस तथ्य से निराश हैं कि सरकार ने इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को कोई सांत्वना नहीं दी है. उन्होंने कहा, ‘600 किसान मारे गए हैं (एक साल पहले शुरू हुए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान), लेकिन सरकार की ओर से किसी ने भी सांत्वना का एक शब्द भी नहीं कहा.’
सत्यपाल मलिक जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और ओडिशा के राज्यपाल के रूप में भी काम कर चुके हैं. उन्होंने संकेत दिया कि वह अपने बयानों पर सरकार की प्रतिक्रिया से डरते नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे इस पद (राज्यपाल के) से प्यार नहीं है… मैं जो कुछ भी कहता हूं, दिल से बोलता हूं. मुझे लगता है कि मुझे किसानों के पास लौटना होगा.’
बीजेपी की बैठक के खिलाफ प्रदर्शन
दरअसल, बीते दिन बीजेपी की एक बैठक के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए करनाल की तरफ बढ़ रहे किसानों के एक समूह पर पुलिस ने शनिवार को कथित तौर पर लाठीचार्ज कर दिया था, जिसमें करीब दस लोग घायल हो गए. बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, राज्य बीजेपी के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई और विरोध में कई स्थानों पर सड़कों को जाम किया गया.
लाठीचार्ज करना करना सरकारी की ओर से था प्रयोजितः अमरिंदर सिंह
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करनाल में किसानों पर हुआ लाठीचार्ज सरकार द्वारा प्रायोजित हमला बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह का हमला न केवल अस्वीकार्य बल्कि निंदनीय भी है. वह हरियाणा पुलिस की निर्दयता पर स्तब्ध रह गए. पुलिस का कहना है कि राजमार्ग पर यातायात अवरुद्ध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर हल्का बल प्रयोग किया गया. सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं था जब किसानों से हरियाणा पुलिस ने इस तरह का कठोर बर्ताव किया.