पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मतदाताओं ने उन्हें जीतने की अपील करते हुए कहा कि एक वोट भी महत्वपूर्ण है. नंदीग्राम में साजिश के तहत हराया गया था. लेकिन भवानीपुर से ही सीएम होना था. यही भाग्य में लिखा था. एक वोट भी महत्वपूर्ण है. इसलिए अपना वोट जरूर दें. यदि आप वोट नहीं देंगे, तो मैं सीएम नहीं रह पाऊंगी, कोई और सीएम होगा. इसलिए जरूर वोट दें और उन्हें जीताएं. क्योंकि यह बड़ी लड़ाई है. देश को तालिबान नहीं बनने देंगे.
इकबालपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि आपका एक वोट भी जरूरी है, हालांकि टीएमसी का बहुमत है, लेकिन उन्हें सीएम बने रहने के लिए जीतना जरूरी है. लड़ाई बहुत बड़ी है. यदि आपका एक वोट नहीं मिलेगा, तो सीएम नहीं रह पाऊंगी. बता दें कि ममता बनर्जी नंदीग्राम से पराजित हुई थी तथा सीएम बने रहने लिए उन्हें जीतना जरूरी है.
BJP is a 'jumla' party. They lie saying that we don't allow Durga pooja, Laxmi pooja in the state: West Bengal CM Mamata Banerjee addressing a public rally in Bhabanipur pic.twitter.com/l6AgjQAinq
— ANI (@ANI) September 22, 2021
ममता बनर्जी ने कहा कि एनआरसी के खिलाफ लड़ाई होगी. हम डरते नहीं है. भवानीपुर मिनी हिंदुस्तान है. यहां सभी तरह के लोग रहते हैं. बंगाली और गैर बंगाली सभी रहते हैं. यह हम न हीं करने देंगे. इंडिया इंडियारहेगा. देश को तालिबान बनने नहीं देंगे. देश को टुकड़ा करने नहीं देंगे. बंगाल को टुकड़े करने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी, हम आपको भारत को तालिबान जैसा नहीं बनाने देंगे. भारत अखंड रहेगा. गांधी जी, नेताजी, विवेकानंद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, गुरु नानक जी, गौतमबुद्ध, जैन का देश रहेगा. देश में एक साथ रहो. हम किसी को भी भारत को विभाजित नहीं करने देंगे.
भवानीपुर से ही सीएम बनना लिखा था
ममता बनर्जी ने कहा कि दो साल से कोविड से थोड़ी परेशानी हो रही है. मैं आयोग के वचन के अनुसार काम कर रही हूं. खिदिरपुर मेरे राजनीतिक जीवन से मेरे साथ है. मैं 2011 में मुख्यमंत्री बनी हूं. किसान आंदोलन के लिए नंदीग्राम जाना पड़ा, लेकिन नंदीग्राम में साजिश के तहत हराया गया है. मामला कोर्ट में विचाराधीन है. दरअसल, भगवान चाहते हैं कि भवानीपुर से सीएम बने. उन्होंने कहा कि एनआरसी नहीं करने देंगे. असम में हमारी टीम को घुसने नहीं दिया, लेकिन चुनाव के दौरान डेली पैसेंजर बनाया गया, फिर भी तृणमूल वोट मिला. एक वोट भी महत्वपूर्ण है, नहीं जीती तो मुख्यमंत्री कोई और हो जाएगा.