पश्चिम बंगाल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैं. बॉडीगार्ड की मौत के मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) ने राज्य सरकार को शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाने का निर्देश दिया था. अब हाई कोर्ट के सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने डिवीजन बेंच (Division Bench) में याचिका दायर की है और इस मामले की कल सुनवाई हो सकती है. यदि डिवीजन बेंच का फैसला विपरीत रहा, तो उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
राज्य सरकार ने एकल पीठ के निर्देश को चुनौती देते हुए मामला दायर किया है. याचिका में कहा गया है कि शुभेंदु अधिकारी रक्षक कवच क्यों दिया जा रहा है? न्यायमूर्ति राजशेखर मंथर की एकल पीठ ने कल बॉडीगार्ड हत्या सहित तीन मामलों पर स्थगनादेश लगा दिया था और कहा था कि शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कोई कड़ा कदम नहीं उठाया जाए. यदि कोई नया FIR दर्ज होता है, तो पहले कोर्ट को जानकारी देनी होगी. इसके साथ ही शुभेंदु अधिकारी को जांच में सहयोग करना होगा. राज्य सरकार के इस निर्देश को चुनौती देते हुए न्यायमूर्ति सुब्रत तालुकदार की खंडपीठ में एक मामला दर्ज किया है. कल सुनवाई की संभावना है.
सीआईडी ने किया था तलब, हाजिर नहीं हुए थे शुभेंदु
बता दें कि बीजेपी नेता के बॉडी गार्ड रहे शुभब्रत चक्रवर्ती की मौत के मामले में सीआईडी ने उन्हें तलब किया था. सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस में कभी ममता के खास रहे और फिर नंदीग्राम से ममता बनर्जी को हराने वाले शुभेंदु अधिकारी को सोमवार को पेश नहीं हुए थे. उन्होंने सीआईडी कार्यालय को ईमेल भेजकर आज हाजिर होने में असमर्थता जाहिर की थी. इसके साथ ही कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उन्हें रक्षा कवच मिल गया था, लेकिन अब फिर से याचिका दायर होने से शुभेंदु अधिकारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
शुभेंदु के बॉडीगार्ड ने खुद मार ली थी गोली
पूर्वी मेदिनीपुर के कांथी में स्थित इसी घर पर तीन साल पहले उनके बॉडीगार्ड ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी.13 अक्टूबर 2018 को सुबह करीब 10:30 बजे बॉडीगार्ड शुभब्रत ने कथितौर पर खुद को सिर में गोली मार ली थी. अगले दिन कोलकाता के एक प्राइवेट अस्पताल में उनकी मौत हो गई थी. जुलाई में ही शुभब्रत की पत्नी सुपर्ना ने पुलिस को शिकायत करके कहा था कि उन्हें खुदकुशी के एंगल पर शक है और जांच की जाए.
बॉडीगार्ड की पत्नी ने शुभेंदु के खिलाफ दर्ज किया है केस
इस मामले में शुभेंदु अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने अपने सुरक्षा गार्ड को आत्महत्या के लिए उकसाया था. शुभब्रत चक्रवर्ती शुभेंदु अधिकारी के तृणमूल कांग्रेस के सांसद होने के समय से ही बीजेपी विधायक की सुरक्षा टीम का हिस्सा थे. मामले की जांच के तहत इस साल जुलाई में चार सदस्यीय सीआईडी टीम ने पूर्व मेदिनीपुर में शुभेंदु अधिकारी के आवास पर छापा मारा था. सीआईडी के अधिकारी कथित तौर पर शुभब्रत चक्रवर्ती के पूर्व सहकर्मियों से पूछताछ और जानकारी इकट्ठा करने के बाद नंदीग्राम विधायक शुभेंदु अधिकारी के घर पहुंचे थे.