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RBI के पास पड़ा है सिक्कों का अंबार, सिक्के बांटने पर अब बैंकों को मिलेगा 2.5 गुणा इंसेंटिव

भारतीय रिजर्व बैंक ने आम लोगों को सिक्के देने को लेकर बैंकों के लिए प्रोत्साहन राशि (इंसेंटिव) 25 रुपए प्रति थैला से बढ़ाकर 65 रुपए प्रति थैला कर दी है. क्लीन नोट पॉलिसी के तहत यह कदम उठाया गया है. साथ ही इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सभी बैंक शाखाएं नोट को बदलने और सिक्के उपलब्ध कराने को लेकर लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराएं.

आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा कि बैंकों को ग्रामीण और छोटे कस्बों में सिक्का वितरण को लेकर प्रति थैला 10 रुपए का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा. केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘‘एक सितंबर, 2021 से बैंकों के दावों की प्रतीक्षा किए बिना, करेंसी चेस्ट (CC) से शुद्ध निकासी के आधार पर सिक्कों के वितरण के लिए 25 रुपए के बजाए प्रति थैला 65 रुपए का प्रोत्साहन दिया जाएगा.’’ सर्कुलर में कहा गया है कि थोक ग्राहकों की सिक्का आवश्यकताओं (एक लेनदेन में एक थैले से अधिक की आवश्यकता) को पूरा करने के लिए, बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे ग्राहकों को विशुद्ध रूप से व्यावसायिक लेनदेन के लिए सिक्के प्रदान करें.

डोर स्टेप बैंकिंग पर करें फोकस

बैंक अपने निदेशक मंडल से अनुमोदित नीति के तहत ग्राहकों को शाखाओं में आने के बजाए उनके घर या कार्य स्थल पर सेवाएं (डोर स्टेप बैंकिंग) प्रदान करने का प्रयास कर सकते हैं. आरबीआई के अनुसार, ‘‘ऐसे ग्राहक के लिए जरूरी है कि उसने केवाईसी (Know Your Customer) का अनुपालन किया हो और सिक्के की आपूर्ति का रिकार्ड रखा जाना चाहिए. बैंकों को यह सलाह दी जाती है कि इस सुविधा का दुरूपयोग न हो, इसके लिए लिए जांच-पड़ताल कर लें.’’ फिलहाल खुदरा ग्राहकों को सिक्के का वितरण छोटे ‘लॉट’ में किया जाता है. थोक ग्राहकों को यह सेवा नहीं दी जाती.

दिसंबर 2020 में 20 रुपए का नया सिक्का लॉन्च किया गया था

दिसंबर 2020 में रिजर्व बैंक ने 20 रुपए का नया सिक्का जारी किया था. इस सिक्के की डिजाइन बिल्कुल अलग है. इसकी डिजाइन से कृषि प्रधान भारत की झलक दिखती है.सिक्के के बीच में कापर (Copper) और निकल (Nickel) का भी इस्तेमाल किया गया है. खास बात यह भी है कि इसे दृष्टि बाधित व्यक्ति भी आसानी से पहचान सकते हैं.

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