स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को दिए निर्देश।
दिनांक: 08 अगस्त, 2022:लखनऊ।: स्वतंत्रता दिवस समारोह, 2022 मनाये जाने के सम्बन्ध में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा समस्त जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश निर्गत किये गये हैं। अपने निर्देशों में उन्होंने कहा है कि हमारे देश के गौरवशाली इतिहास, स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और बलिदान की याद दिलाने वाला 76वां स्वाधीनता दिवस समारोह परम्परागत रूप से सादगी परन्तु आकर्षक ढंग से मनाया जाये। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे वर्ष भर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम पूरे देश में गरिमामय ढंग से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर दिनांक *11* से *17 अगस्त, 2022* तक *‘स्वतंत्रता सप्ताह‘* एवं *दिनांक 13* से *15 अगस्त, 2022* तक *‘हर घर तिरंगा कार्यक्रम‘* आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करना तथा स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव जगाना है।
उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को *प्रातः 08ः00* बजे सरकारी तथा गैर-सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाए तथा झण्डा-अभिवादन के साथ ही राष्ट्रगान का भावपूर्ण गायन हो। राष्ट्रीय ध्वज में पुष्पों की पंखुड़ियां बांध कर उसे फहराया जा सकता है। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर इस महत्वपूर्ण आयोजन हेतु 15 अगस्त को समस्त सरकारी/गैर सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, वाणिज्यिक/औद्योगिक प्रतिष्ठान आदि खुले रहेंगे तथा इन स्थलों पर खादी निर्मित राष्ट्रध्वज सम्मानपूर्वक फहराया जाए। उक्त सभी स्थलों पर इस राष्ट्रीय पर्व को उत्साह, उल्लास एवं उमंग के साथ समारोह पूर्वक आयोजित किया जाए, जिसमें राष्ट्रगान के साथ ही देशभक्ति से सम्बन्धित विभिन्न कार्यक्रम सम्मिलित हों। इन कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्रीयता एवं देश प्रेम की भावना का संचार किया जाए। इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, पंथ-निरपेक्षता एवं साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना को बलवती बनाने पर जोर दिया जाये तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित करने के साथ-साथ लोगों की परम्परागत एकता प्रदर्शित करने के लिए मानव-श्रंखला बनाने पर भी विचार किया जाए। सभी विद्यालयों, मुहल्लों से प्रभात फेरियाँ निकाली जाएं जिसमें झण्डा गीत एवं अन्य राष्ट्रभक्ति के गीतों का गायन किया जाए।
इसके अतिरिक्त *समस्त शिक्षण संस्थाओं* में इस अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाये, जिसमें राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन‘ का सामूहिक गायन भी सम्मिलित हो। विद्यार्थियों को स्वतंत्रता-संग्राम का इतिहास बताया जाये तथा देश के लिए शहीद हुए ज्ञात-अज्ञात विशेषकर स्थानीय देशभक्तों के जीवन के प्रेरक-प्रसंग दोहराये जायें, जिससे उनमें राष्ट्रीय चेतना जागृत हो। इसके अतिरिक्त देशप्रेम की भावना जागृत करने वाले नाटक, विचार-गोष्ठी, वाद-विवाद प्रतियोगिता, प्रदर्शनी, निबन्ध-लेखन से सम्बन्धित प्रतियोगिताएं भी यथा-सम्भव आयोजित करायी जायें। शैक्षिक कार्यक्रमों के आयोजनों हेतु शिक्षा विभाग द्वारा पृथक से आवश्यक निर्देश जारी किये जायेंगे। इसके अलावा शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी कार्यक्रमों/योजनाओं के साथ ही शैक्षिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देने वाले कार्यक्रम भी आयोजित किये जायें। स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में किसान, मजदूर, छात्र, युवा आदि सभी नागरिकों को सम्मिलित करते हुए पूरे उत्साह व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाए। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने हेतु शासन के खेल विभाग द्वारा विस्तृत निर्देश अलग से जारी किये जायेंगे। स्वतंत्रता दिवस से दो दिन पूर्व युवक मंगल दलों व महिला मंगल दलों द्वारा अमृत मिनी मैराथन का आयोजन किया जाए।
प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र पर न्यूनतम 75 किसानों को पौध व तिरंगे भेंट किये जायें। ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों के *अमृत सरोवरों* पर ध्वजारोहण के साथ-साथ वृक्षारोपण, प्रकाश व्यवस्था, स्वाधीनता संग्राम के महत्व पर संगोष्ठी तथा देशभक्ति के विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएं। ग्राम सचिवालयों एवं अमृत सरोवरों पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएँ।
अपने निर्देशों में उन्होंने यह भी कहा है कि अपरान्ह् में परम्परागत रूप से किसी सार्वजनिक स्थान पर जनसभा का आयोजन किया जाये जिसमें स्वाधीनता की वर्षगांठ पर जन-साधारण को यह भी याद दिलाया जाये कि हमारे अनगिनत देशभक्तों तथा अमर बलिदानियों ने जीवन भर संघर्ष करके, अपना सब कुछ न्यौछावर कर जो राजनीतिक स्वाीधनता हासिल की थी, उसकी रक्षा करते हुए आर्थिक व सामाजिक स्वाधीनता लाने का दायित्व विशेष तौर पर नई पीढ़ी पर है। इस अवसर पर जन-साधारण को बताया जाये कि सभी समुदायों के महापुरूषों ने एकता, आपसी सद्भाव, भाई-चारे व इंसानियत पर बल दिया है। इस राष्ट्रीय पावन पर्व पर उन महानुभावों का भी आदरपूर्वक स्मरण किया जाये, ताकि समाज में इन्सान और इन्सानियत का महत्व बढ़े। स्वतंत्रता सप्ताह की अवधि में गांव व नगर में स्वच्छता अभियान चलाया जाए और पार्कों को सजाया जाए।
राष्ट्रीय स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक ‘राष्ट्रीय ध्वज‘ के महत्व के बारे में आमजन को बताया जाये। वरिष्ठ साहित्यकारों/लेखकों/गीतकारों को आजादी की लड़ाई, तिरंगा की यात्रा के बारे में लेख लिखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। पंथ-निरपेक्षता की मूल अवधारणाओं पर प्रकाश डालते हुए लोगों को प्रेरणा दी जाये कि राष्ट्र और समाज का निर्माण प्रेम, सद्भावना, मेल-जोल एवं एक-दूसरे के धर्म, जाति, विचारों व महापुरूषों का आदर करने से होता है। इस समारोह में यथासम्भव स्थानीय स्वाधीनता संग्राम सेनानी/सेनानियों तथा सेना अथवा पुलिस बल के शहीदों के परिवार के सदस्यों को ससम्मान आमंत्रित किया जाए।
इसके अतिरिक्त 15 अगस्त, 2022 को *ब्लाक, तहसील तथा जनपद स्तर* पर होने वाले कार्यक्रमों में अधिक से अधिक लोगों को सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया जाये। श्रेयस्कर होगा कि इन समारोहों का आयोजन उन्हीं स्थानों पर किया जाये जहां सन् 1947 में स्वाधीनता मिलने पर जन-समुदाय ने आह्लादित एवं रोमांचित होकर यह उत्सव मनाया था। देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर यह स्वतंत्रता दिवस अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। अतएव दिनांक 11 से 17 अगस्त, 2022 तक स्वतंत्रता सप्ताह अवधि में समस्त सरकारी कार्यालयों-भवनों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े एतिहासिक स्मारकों पर तिरंगा लाइटिंग कराई जाए। स्वतंत्रता सप्ताह की दिनांक 11 से 17 अगस्त, 2022 की अवधि में प्रभात-फेरियाँ निकाली जाएं। स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े स्थलों पर पुलिस बैण्ड का वादन कराया जाए। सम्पूर्ण सप्ताह में जनसहभागिता के साथ प्रेक्षागृहों, शैक्षणिक संस्थाओं में राष्ट्रभक्ति पूर्ण सांस्कृतिक आयोजन एवं कवि सम्मेलन आदि आयोजित करायें जाएं। 11 से 17 अगस्त तक स्वतंत्रता सप्ताह के दौरान हर दिन देभशक्ति के अलग-अगल कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। स्कूलों में झण्डा-गीतों का गायन हो।
इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 14 एवं 15 अगस्त, 2022 की रात्रि में सरकारी कार्यालय-भवनों तथा अन्य इमारतों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक स्मारकों को रोशन किया जाये। आजादी का अमृत महोत्सव एवं हर घर तिरंगा कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये तथा समस्त सरकारी/गैर सरकारी/निजी संगठनों के आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के स्थल पर पोस्टर/बैनर एवं स्टैण्डी अवश्य लगाये जायें। जागरूकता प्रसार के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक बस स्टैण्ड से एवं मेट्रो कॉरपोरेशन द्वारा मेट्रो कोचेज एवं स्टेशन से लोगों को उक्त अवधि में हर घर झण्डा फहराने हेतु प्रेरित करने की दृष्टि से नियमित उद्घोषणा कराई जाए। स्वतंत्रता-दिवस के अवसर पर अधिकाधिक जन-सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए उन सभी संस्थाओं, समूहों तथा व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया जाये जो 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के अनुरूप कार्यक्रम आयोजित करने की सदिच्छा व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि हर घर तिरंगा कार्यक्रम में अपने-अपने घरों पर फहराये तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया एवं संस्कृति विभाग, उ0प्र0 शासन के सेल्फी पोर्टल http://harghartirangaup.org की वेब साइट पर पोस्ट हेतु आम नागरिकों को प्रोत्साहित किया जाए। विकास संबंधी शासन की प्राथमिकताओं से जन-मानस को अवगत कराते हुए उन्हें अपेक्षित योगदान के लिए प्रोरित किया जाये। साथ ही बेहतर वातावरण पैदा करके स्वच्छ प्रशासन देने के प्रयासों से आम जनता को अवगत कराया जाये। प्रदेश सरकार *‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास‘* की अवधारण को अंगीकृत करते हुए उत्तर प्रदेश को स्वस्थ, समर्थ, समावेशी तथा राष्ट्रवादी प्रदेश बनाने के लिए कृत संकल्प है। राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों विशेष रूप से किसानों, महिलाओं, युवाओं, गरीबों, वंचितों, शोषितों एवं उपेक्षित वर्ग का समावेश करते हुए प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए *‘साफ नीयत, सही विकास‘* के संकल्प को साकार कर रही है। यह भावना सभी आयोजनों में स्वतः परिलक्षित हो। राज्य सरकार के ऐतिहासिक निर्णयों एवं विकासपरक् जन कल्याण के लिए उठाए गए कदमों से स्पष्ट है कि वर्तमान सरकार प्रदेश के आमजन के विकास, उसकी सुरक्षा और कानून व्यवस्था के प्रश्न पर कितनी संवेदनशील है। वर्तमान सरकार सबका साथ, सबका विकास सबका विश्वास एवं सबका प्रयास के संकल्प के साथ सभी के हित से जुड़े निर्णय ले रही है, जिससे विकास के नये रास्ते खुलेंगे और प्रदेश तीव्र गति से आगे बढ़ेगा। इसी क्रम में प्रदेश सरकार द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के हित तथा राज्य के समग्र विकास के लिए संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं एवं कार्यक्रमों, जिनका संलग्न परिशिष्ट में उल्लेख किया गया है, के सम्बन्ध में जनसभाओं में जनमानस को अवगत कराया जाए।
यह देश सभी धर्माें और सम्प्रदायों में पारस्परिक विश्वास, सद्भावना एवं एकता से ही प्रगति कर सकता है। वर्तमान सरकार सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के रास्ते पर चलते हुए कानून व्यवस्था एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ रही है। प्रदेश में शांति एवं सद्भाव का वातावरण सृजित करने के लिए इस अवसर पर जनमानस की अधिकतम सहभागिता सुनिश्चित की जाए और लोगों को प्रेरित तथा जागरूक भी किया जाए।