दुधवा रेलवे ट्रैक पर टहलता दिखा बाघ
- गश्त के दौरान बाघ को किया गया कैमरे में कैद
लखीमपुर। दुधवा टाइगर रिजर्व जंगल के बीच गुजरी दुधवा रेल ट्रैक पर एक बाघ चहल कदमी करता हुआ दिखाई दिया। रेलवे ट्रैक पर बाघ को टहलते देख गश्त कार्य में लगे कर्मियों ने उसे अपने कैमरे में कैद कर लिया। करीब दस मिनट तक बाघ रेलवे ट्रैक के आसपास चहल कदमी करता रहा जिसके बाद वह जंगल में जा घुसा। प्रदेश के इकलौता दुधवा टाइगर रिजर्व अपनी हरी-भरी वन संपदा व उसमें वास करने वाले दुर्लभ वन्यजीवों के लिए देश से लेकर विदेशों में अपनी चर्चा बनाए हुए हैं। हर साल दुर्लभ वन्यजीवों के दीदार करने के लिए देशी-विदेशी सैलानियों की भीड़ उमड़ती है।
इतना ही नहीं उन्हें दुधवा का शांत वातावरण भी खासा प्रभावित करता है जिसके चलते हर साल दुधवा में सैलानियों की संख्या बढ़ती रहती है। लेकिन वर्ष 2020 मार्च शीतकालीन सत्र में कोरोना वायरस के चलते सत्र को बीच में ही बंद करना पड़ा था। जहां सत्र के बीच में प्रभावित होने से प्रशासन को भारी झटका लगा था। वहीं दुधवा जंगल में विचरण करने वाले वन्यजीवों को खासा राहत मिली। जंगल में सैलानियों व वाहनों की आवाजाही एकाएक ठप होने से दुधवा के दुर्लभ वन्य जीव बिना किसी डर भय के खुलेआम विचरण करते नजर आ रहे हैं।
गन्ने के खेत में निकला 20 फीट का अजगर
लखीमपुर के अन्तर्गत थाना सम्पूर्णानगर के वन रेंज के अन्तर्गत मुरारखेड़ा में एक किसान राज कुमार के गन्ने के खेत में निकला अजगर बीस फीट लम्बा था। जिसको देख कर लोगों में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में राज कुमार ने ग्राम प्रधान वीर बहादुर को सूचना दी गई तो तत्काल में प्रधान वीर बहादुर ने वन रेंज सम्पूर्णानगर के रेंज आरपी सिंह रोतले ने एक टीम गठित की।
वनरक्षक शमशेर सिंह वनकर्मी रामकुमार उर्फ शेरा के साथ जशवत सिंह रामसरूप सचिन पहुंचे तो देखा की अजगर बहुत ही विशालकाय था और अजगर एक कुत्ते को अपना निवाला बना चुका था जिससे ग्रामीणो में दहशत का माहौल बना हुआ था तो तुरंत वन रक्षक शमशेर सिंह वनकर्मी रामकुमार उर्फ शेरा पंजा ने ग्रामीणो को अजगर से बचने के लिए एक सुरक्षित जगह पर किए फिर वन विभाग की टीम ने रेक्स्यू करने लगी। अजगर इतना विशालकाय था की लगभग रेक्स्यू करने में दो घंटे से ज्यादा समय लग गया फिर अजगर को पकड़कर सिंगाही खुर्द के जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया।