पूर्वोत्तर रेलवे के प्रथम ऑटोमोबाइल कैरियर का सफलतापूर्वक निर्माण।
गोरखपुर: औद्योगिक प्रतिष्ठानों, संगठनों एवं व्यापारियों की ऑटोमोबाइल परिवहन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पूर्वोत्तर रेलवे के यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के प्रथम एन.एम.जी.एच.एस. यान (ऑटो मोबाइल कैरियर) का निर्माण सफलतापूर्वक किया गया है।
रेलवे प्रशासन द्वारा पुराने 100 अदद नॉन ए.सी., आई.सी.एफ. यानों को एन.एम.जी.एच.एस. यान के रूप में परिवर्तित किया जायेगा। इसके अन्तर्गत यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर को 40 पुराने आई.सी.एफ. यानों को एन.एम.जी.एच.एस. यान के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य दिया गया है। इसके तहत यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे पर आयु पूरी कर चुके आई.सी.एफ. कोच से प्रथम एन.एम.जी.एच.एस. यान संख्या एक्स.99231/एन.ई. का कनर्वजन 12 दिसम्बर, 2022 को सफलतापूर्वक पूरा किया गया तथा यांत्रिक कारखाना गोरखपुर द्वारा भी प्रथम एन.एम.जी. हाई स्पीड वैगन बनाने का कार्य पूर्ण किया गया है।
ज्ञातव्य है कि नवनिर्मित एन.एम.जी.एच.एस. यान की भार वहन क्षमता पूर्ववर्ती एन.एम.जी.एच.एस. यान की तुलना में लगभग दोगुनी है साथ ही इसकी अधिकतम गति 110 किमी. प्रति घंटा है। जिससे यह यान अपेक्षाकृत अधिक ऑटो मोबाइल यूनिटों का परिवहन करने में सक्षम है तथा इसके संचलन से परिवहन में लगने वाले समय में बचत होगी। यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर द्वारा निर्मित किया गया यह यान पुराने एन.एम.जी. की तुलना में कई नये साज-सज्जा से युक्त है। इस नये ऑटो मोबाइल कैरियर एन.एम.जी.एच.एस. यान में प्लेटफार्म लोडिंग हेतु रैम्प एसेम्बली के साथ 04 अलग स्लाइडिंग डोर लगाये गये है। इसमें बेहतर डिजाइन के साथ बैरल लॉक लगाई गयी है। कन्वर्जन किये गये इस नये यान में परिवहन किये जाने वाले ऑटोमोबाइल यूनिटों की बेहतर सुरक्षा हेतु लैसिंग प्वाइंट उपलब्ध कराये गये है। इस यान के फर्श पर परफोरेटड प्लेट एवं चेकर्डप्लेट लगायी गयी है। इसमें बेहतर वेंटींलेशन हेतु 08 अदद लुवर्स लगाये गये है तथा यान के अन्दर प्राकृतिक रोशनी हेतु नेचुरल पाइप लाइट अरेन्जमेंट का प्रावधान किया गया है।
पुराने आई.सी.एफ. कोचों को परिवर्तित कर ऑटोमोबाइल ढुलाई हेतु बनाये गये एन.एम.जी.एच.एस. यानों से पूर्वोत्तर रेलवे पर ऑटोमोबाइल ढुलाई क्षमता बढ़ेगी। अनुपयोगी कोचों से इस तरह के ऑटोमोबाइल यान बनाने से निर्माण पर होेने वाले खर्च में भारी बचत होगी तथा ऑटोमोबाइल की ढुलाई बढ़ने से आय बढ़ेगी तथा जनता की सुविधा हेतु विभिन्न क्षेत्रों में शीघ्र ऑटोमोबाइल की पहुँच बढ़ेगी।