पाकिस्तानी आतंकवादी की पत्नी रजिया बीबी, जो एक कश्मीरी महिला भी है उसने इस्लामाबाद को फटकार लगाते हुए कहा है कि उसने कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया है. इस्लाम के नाम का दुरुपयोग करके कश्मीर के युवाओं का जीवन बर्बाद किया जा रहा है. रजिया बीबी ने कहा कि असली जन्नत भारत में है, पाकिस्तान में नहीं. उन्होंने कहा कि आतंकवादी इस्लाम के नाम पर लोगों को प्रभावित करते हैं.
रजिया बीबी ने कहा कि ये युवाओं को गुमराह करते हैं और उन्हें आतंकवाद की ओर धकेलते हैं, जो न केवल उनके जीवन को नरक बना देता है बल्कि उनके परिवार को भी किनारे पर रहने के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने युवाओं से ऐसे लोगों से प्रभावित न होने का भी आग्रह किया और सभी को किसी भी हालत में मुजाहिद न बनने की सलाह दी. रजिया बीबी ने कहा कि एक बार जब वो मर जाते हैं तो आतंकवादी समूहों में से कोई भी परिवार की देखभाल नहीं करता है और उन्हें अकेले रहने के लिए छोड़ देता है.
#WATCH | Razia Bibi, a Kashmiri woman who was married to a Pakistani terrorist & abandoned by Hizb leadership to her fate upon his husband's death, says, "The lives of youths of Kashmir are being ruined by misusing the name of Islam" pic.twitter.com/JqRG4AwgIj
— ANI (@ANI) December 30, 2021
भारत वापस आना एक बहुत अच्छा फैसला था- रजिया बीबी
रजिया बीबी ने कहा कि मैंने कुछ पैसे जमा किए और भारत वापस जाने का फैसला किया. भारत वापस आना एक बहुत अच्छा फैसला था. मेरे बच्चे वाकई खुश हैं. पाकिस्तान अपने नागरिकों की परवाह नहीं करता, यहां से जाने वालों का क्या करेगा? साथ ही कहा कि पाकिस्तान में इंसानियत नहीं है.
हैदरपोरा मुठभेड़ की जांच कर रही एसआईटी की ओर से जम्मू-कश्मीर के विभिन्न नेताओं की आलोचना के बीच ये बात सामने आई है. श्रीनगर शहर के हैदरपोरा इलाके में 15 नवंबर को हुई मुठभेड़ में एसआईटी ने सुरक्षाबलों को क्लीन चिट दे दी है. 15 नवंबर को हैदरपोरा में एक पाकिस्तानी आतंकवादी और तीन अन्य व्यक्ति मारे गए और पुलिस ने दावा किया कि सभी मारे गए लोगों के आतंकवादियों से संबंध थे. तीनों के परिवारों ने बेईमानी का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि वो निर्दोष थे, जिसके बाद पुलिस को जांच के आदेश देने पड़े. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे.