2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर का होगा भारतीय शेयर बाजार, बन जाएगा दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट
भारतीय शेयर बाजार का सेंटिमेंट मजबूत है. इसके कारण विदेशी निवेशक बड़े पैमाने पर निवेश कर रहे हैं, जिससे बाजार को समर्थन मिल रहा है. पिछले दिनों इंडियन स्टॉक मार्केट फ्रांस को पीछे छोड़ कर दुनिया का छठा सबसे बड़ा बाजार बन गया था. वर्तमान में इसकी वैल्यु 3.5 ट्रिलियन डॉलर है. गोल्डमैन सैक्श की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अगले तीन सालों में इंडियन स्टॉक मार्केट का साइज 5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगा और यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा शेयर बाजार बन जाएगा.
गोल्डमैन सैक्श की रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन स्टार्टअप्स तेजी से विकास कर रहे हैं. आने वाले दिनों में इनका आकार काफी बड़ा हो जाएगा. 2021 में अब तक इंडियन स्टार्टअप्स ने IPO के जरिए 10 बिलियन डॉलर यानी 75 हजार करोड़ से ज्यादा का फंड इकट्ठा किया है. माना जा रहा है कि अगले दो सालों तक आईपीओ का बाजार इसी तरह गरम रहेगा. आने वाले 36 महीनों में कम से कम 150 कंपनियों के बाजार में लिस्ट होने की पूरी उम्मीद है. इन कंपनियों का टोटल मार्केट कैप 400 बिलियन डॉलर के करीब होगा. जाहिर है इससे BSE के टोटल मार्केट कैप में बहुत ज्यादा उछाल आएगा.
अभी 3.5 ट्रिलियन डॉलर का स्टॉक मार्केट
वर्तमान में इंडियन स्टॉक मार्केट की टोटल वैल्यु 3.5 ट्रिलियन डॉलर है. अगले तीन सालों में 150 कंपनियों के लिस्ट होने के बाद टोटल मार्केट कैप 2024 तक बढ़कर 5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा. वर्तमान में पांचवें नंबर पर यूके है. जिसका मार्केट कैप भारत से थोड़ा ज्यादा 3.6 ट्रिलियन डॉलर है.
इन स्टार्टअप्स के आने वाले हैं आईपीओ
स्टार्टअप्स आईपीओ की बात करें तो इस साल सबसे बड़ा नाम Zomato का है. इस आईपीओ को कमाल की सफलता मिली. आने वाले दिनों में Paytm, Oyo, Ola, Flipkart जैसी कंपनियों के आईपीओ आने की तैयारी चल रही है.
80 करोड़ इंटरनेट यूजर्स बड़ी ताकत
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले दिनों में ई-कॉमर्स, इंटरनेट, इंटरनेट रिटेल और मीडिया बिजनेस में तेजी रहेगी. इस समय देश में 80 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं और 50 करोड़ से ज्यादा स्मार्टफोन यूजर्स हैं. आने वाले दिनों में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या बहुत तेजी से बढ़गी, जिससे इंटरनेट यूजर्स की संख्या भी बढ़ेगी. इसके अलावा भारत में इंटरनेट बहुत सस्ता भी है. कोरोना क्राइसिस ने ऑनलाइन इकोसिस्टम की मांग बढ़ा दी है और सबकुछ ऑनलाइन हो गया है.
इस साल 27 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न बने
कोरोना क्राइसिस में भारत में यूनिकॉर्न की संख्या में काफी उछाल देखने को मिला है. यूनिकॉर्न वे स्टार्टअप्स कहलाते हैं, जिनका मार्केट कैप 1 बिलियन डॉलर के पार होता है. सैक्श की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में देश में करीब 67 स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न की कैटिगरी में आते हैं. इनमें से 27 स्टार्टअप्स तो केवल इस साल यूनिकॉर्न की लिस्ट में शामिल हुए हैं. इनमें से ज्यादातर कंपनियां डिजिटल इकोनॉमी पर फोकस कर रही हैं.