उत्तर प्रदेश

नगर विकास मंत्री ने निकायों में बनाए गए रैन बसेरों की व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा की

ठंड में खुले में कोई न सोए, इसकी सतत निगरानी की जाए।

लखनऊ:प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने कड़ाके की ठंड एवं शीतलहर के प्रकोप से गरीबों, मजदूरों, वेघरों, बेसहारा एवं निराश्रितों को बचाने के लिए सभी निकायों को शीघ्र ही अपने क्षेत्र में रैन बसेरों में सम्पूर्ण व्यवस्था एवम् साफ सफाई के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ठंड में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान, सड़कों, फुटपाथों पर सोने को मजबूर न हो, इसके लिए शीघ्र ही रैन बसेरा के संचालन की उचित व्यवस्था कराई जाए। इसमें आमजन, स्वयंसेवी व धार्मिक संस्थाओं,व्यापार मंडलों के सदस्यों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि रैन बसेरों में गर्म कपड़ों, अलाव जलने के लिए लकड़ी, शौचालय,पीने का स्वच्छ पानी, बिजली, साफ-सफाई,की पर्याप्त व्यवस्था हो। चाय और भोजन की भी व्यवस्था कर सके तो बहुत उत्तम होगा।
नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा आज जल निगम के फील्ड हॉस्टल ‘संगम’ में सभी निकायों में बेसहारा, गरीबों, वेघरों एवं निराश्रितों के लिए बनाए जा रहे व संचालित रैन बसेरों की व्यवस्था की आज शाम 7:30 बजे सभी नगर आयुक्तों व अधिशासी अधिकारियो के साथ वर्चुअल समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि लोगों की जानकारी के लिए सार्वजनिक स्थलों में बड़े शाइनेज लगाए जाएं और इसमें संचालक का नाम, मोबाइल नंबर भी दर्ज हो। उन्होंने शेल्टर होम के बारे में आमजन की जानकारी के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराने को भी कहा,जिससे अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सकें। उन्होंने कहा कि अस्पताल, मेडिकल कालेज, रेलवे व बस स्टेशन ऐसे स्थल है, जहां पर लोग मजबूरी में खुले में रहने को मजबूर हो जाते हैं, ऐसे स्थानों के आसपास रैन बसेरा जरूर बनाने को कहा। उन्होंने सभी रैन बसेरों में जिम्मेदार अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के लिए कहा, जिससे आश्रय लिए लोगों को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि रात्रि में रैन बसेरों में विश्राम करने वाले लोगों को पर्याप्त गर्म कपड़े, स्वच्छ पेयजल, अलाव जलाने एवं आवश्यक हो तो लोगो की मदद से भोजन की भी व्यवस्था उपलब्ध कराने की कोशिश करें। गरीबों की सेवा का बड़ा अवसर मिला है, इसे हाथ से जाने न दे। समाज का कमजोर व्यक्ति ही पीड़ित होता है पीड़ितों की दिल खोलकर मदद करें। उन्होंने अधिक जरूरत पड़ने पर खाली सरकारी इमारतों एवं धर्मशालाओं में भी ठंड में लोगो के रुकने की व्यवस्था करने को कहा।
उन्होंने रैन बसेरों की समुचित व्यवस्था एवं निगरानी के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस का भी सहयोग लेने को कहा, जिससे कि असामाजिक तत्वों, नशेड़ी, गुंडे व बदमाशों का प्रवेश शेल्टर होम में न हो सके। उन्होंने सभी निकाय अधिकारियों को शीघ्र ही कंबल की व्यवस्था करके वितरण के भी निर्देश दिए। साथ ही सफाई कर्मचारियों को ठंड से बचाने के लिए ट्रैक सूट एवं आमजन के सहयोग से उन्हें गर्म कपड़े, मफलर, कंबल आदि दिलाने को भी कहा।
समीक्षा के दौरान उन्होंने मुरादाबाद, शाहजहांपुर, मेरठ, प्रयागराज, कानपुर, झांसी, गोरखपुर, गाजियाबाद, सीतापुर, मऊ आदि में बने रैन बसेरों में गर्म पानी के लिए गीजर,मनोरंजन के लिए टेलीविजन,स्वच्छ पानी के लिए वॉटर कूलर,किचेन,साफ सुथरा शौचालय, बेड, मच्छरों से बचने के लिए ऑल आउट, की भी व्यवस्था को भी वीडियो के माध्यम से देखा। उन्होंने मऊ के रैन बसेरा में ठहरे हरदोई से आए एक व्यक्ति से व्यवस्था के बारे में बात भी की।उसने बताया कि यहां पर व्यवस्था अच्छी है। खाना भी दिया गया है।
सचिव नगर विकास अनिल कुमार ने बताया कि रैन बसेरों की रेंडम और दूसरी डिटेल स्तर पर निरीक्षण के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है रेलवे स्टेशन बस स्टेशन एवं अस्पतालों के आसपास अस्थाई रैन बसेरा बनाए गए हैं कंबल, चटाई, रजाई, तकिया, गद्दा की व्यवस्था रैन बसेरों में कराई गई है पीने के पानी शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था है कहीं-कहीं पर बहुजन की भी व्यवस्था प्रबंध है
निदेशक नगरी निकाय नेहा शर्मा ने नगर विकास मंत्री को बताया कि शहरी बेघरों निराश्रितों के लिए सभी निकायों में रैन बसेरों की व्यवस्था कराई गई है पूरे प्रदेश में अभी तक 11,400 लोगो के रहने की क्षमता के 239 स्थाई और 5194 लोगो की क्षमता के 312 अस्थाई रैन बसेरा बनाए गए हैं।
बैठक में अपर निदेशक डॉ0 असलम अंसारी, उपनिदेशक सुनील कुमार यादव उपस्थित थे एवम् सभी नगर आयुक्त एवं सभी अधिशासी अधिकारी वर्चुअली प्रतिभाग किया।

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