अरुण वाल्मीकि के परिवार से मिलीं प्रियंका, गहलोत सरकार से मुआवजा दिलवाने का ऐलान; आगरा पुलिस ने कहा- सब कानून के तहत हुआ
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) बुधवार को आगरा (Agra) पुलिस की हिरासत में मारे गए अरुण वाल्मीकि (Arun Valmiki Death) के घर पर पहुंची. तकरीबन आधा घंटे से ज्यादा वहां रुकने के बाद उन्होंने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला. अरुण वाल्मीकि की थाने में पुलिस हिरासत में मौत होने के बाद सूबे की सियासत गरमा गई है. राज्य सरकार ने पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को आगरा जाने से रोका और बाद में उन्हें कुछ शर्तों के साथ ही आगरा जाने की इजाजत दी. प्रियंका गांधी ने कहा कि अरुण को इलेक्टिक शॉट देकर मारा गया है. उधर योगी सरकार ने अरुण के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और पत्नी को सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर दी है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि अरुण का परिवार भरतपुर से संबंध रखता है और वह गहलोत सरकार से मुआवजे के लिए कहेंगी. उन्होंने कहा कि परिवार के लोगों ने बताया कि उनके परिवार से करीब वाल्मीकि समाज के 17 से 18 लोगों को पुलिस ने उठाया और उनकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की गई. वहीं थाने में पुलिस हिरासत में अरुण की मौत हो गई. प्रिंयका गांधी ने दावा किया है कि अरुण की बीवी ने उन्हें बताया कि महिलाओं के साथ भी पुलिस वालों ने मारपीट की है. वहीं प्रियंका गांधी का दावा है कि अरुण की बीवी ने उन्हें बताया कि उसके पति को इलेक्ट्रिक शॉक दिया गया है.
आगरा पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
They were brutally beaten. I can't even say things which were told to me. Arun was beaten in front of his wife. His brothers met him around 2 in night & he was fine at that time. Around 2.30 am, they were told that he is dead. PM report not given to family: Priyanka Gandhi Vadra pic.twitter.com/cF1bFEeqjp
— ANI UP (@ANINewsUP) October 20, 2021
परिवार के साथ प्रियंका गांधी की मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि अरुण के परिवार का आरोप है कि वह अरुण से दो बजे मिले थे और जबकि ढाई बजे पुलिस वालों ने सूचना दी कि अरुण की मौत हो गई है. वहीं पोस्टमार्टम में परिवार का एक भी सदस्य मौजूद नहीं था पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी परिवार को नहीं सौंपी गई है. फिलहाल प्रियंका गांधी ने पुलिस पर भी परिवार का हवाला देते हुए कई तरह के आरोप लगाए. उन्होंने बताया कि अरुण के भाई कोई तहरीर दिखाई गई उस पर जबरन साइन करवाए गए हैं जबकि भाई को पढ़ना लिखना नहीं आता है.
प्रिंयका गांधी ने दावा किया है कि अरुण के घर को पुलिस वालों ने पूरी तरह से तहस नहस किया है और घर के पलंग तोड़े गए हैं अलमारियां तोड़ी गई है. यही अल्मारियों से सारे कपड़े बाहर फेंके गए और अरुण ने अपनी बहन की शादी के लिए जो सामान घर में रखा था वह भी पुलिस वाले अपने साथ लेकर चले गए हैं.
आगरा पुलिस ने कहा- हार्ट अटैक से हुई है मौत
As per the NHRC guidelines, the most-mortem of the body was conducted by the panel of doctors. According to post-mortem report, the cause of death is heart attack. Further investigation is underway: Muniraj G, SSP Agra on sanitation worker's death in police custody pic.twitter.com/1ce9w2BT4e
— ANI UP (@ANINewsUP) October 20, 2021
उधर आरोपों से घिरी आगरा पुलिस के SSP मुनिराज ने बताया है की अरुण के खिलाफ कानून के तहत ही कार्रवाई की गई थी. उन्होंने कहा कि एनएचआरसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार, डॉक्टरों के पैनल द्वारा शव का सबसे अधिक पोस्टमार्टम किया गया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक मौत का कारण हार्ट अटैक है. आगे की जांच फिलहाल जारी है.
प्रियंका गांधी बोली सेल्फी लेने में क्या बुराई
वहीं लखनऊ में जिन महिला पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस महासचिव के साथ सेल्फी ली हैं. उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है. वहीं इस मामले में प्रियंका गांधी महिला पुलिसकर्मियों के पक्ष में आ गई हैं. प्रियंका गांधी ने कहा कि जिन महिला पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ सेल्फी खिंचवाई उनका भविष्य खराब करने से क्या मिलेगा? मैंने अपनी खुशी से उनके साथ सेल्फी खिंचवाई थी और इसमें बुराई क्या है. उनका कैरियर बर्बाद किया जाएगा, उनके घर पर बच्चे हैं वह अपने परिवार के लिए कम आती हैं.