सांसद वरुण गांधी ने अफसरों को दी चेतावनी, कहा- सरकारी मंडियों पर भ्रष्टाचार के सुबूत मिलते ही कोर्ट जाकर कराउंगा गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी इन दिनों किसानों के मुद्दों को लेकर लगातार प्रमुखता से आवाज उठाते हुए नजर आ रहे हैं. किसानों के मुद्दों पर वह सरकार को लगातार घेर रहे हैं. इस बीच वरुण गांधी पीलीभीत मंडियों में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे. जहां उन्होंने जमकर सरकार पर हमला किया है. सांसद वरुण गांधी ने कहा कि इस वक्त सरकारी क्रय केंद्र सिर्फ कागजों पर चल रहे हैं. सरकारी क्रय केंद्र पर किसानों का धान नहीं तौला जा रहा और अगर कोई लेकर आता है, तो उसे तमाम खामियां बता दी जाती है और वहां से टरका दिया जाता ह. जिसके बाद मंडी के बाहर खड़े दलाल किसानों का धान औने पौने दामों में खरीद लेते हैं और बाद में वही दलाल सरकारी क्रय केंद्रों पर आंकड़ों में धान को दर्ज कर मोटा मुनाफा कमा लेते हैं. उत्तर प्रदेश का किसान पूरी तरह से बेहाल और बर्बाद हो चुका है.
प्रदेश में किसानों को खत्म करने का किया जा रहा है काम
सरकारी सेंटर पर किसानों से सेंटर इंचार्ज प्रति कुंटल पर 100-200 रुपये की उगाही की जाती है. मजबूरन किसान प्रताड़ित होकर दलालों के हाथ धान भेज देता है. उत्तर प्रदेश का किसान पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है यही नहीं वरुण गांधी ने कहा कि प्रदेश में किसानों को खत्म करने का काम किया जा रहा है. वरुण गांधी ने सरकारी मंडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अधिकारियों की क्लास लगाते हुए उन्हे दो टूक कहा, अब मेरे प्रतिनिधि यहीं रहेंगे. वे भ्रष्ष्टाचार के सुबूत तलाशेंगे. साक्ष्य मिलते ही वह सरकार से नहीं अदालत से कार्रवाई करने की गुहार लगाएंगे.
वरुण गांधी ने ट्वीट की वीडियो
जब तक एमएसपी की वैधानिक गारंटी नहीं होगी, ऐसे ही मंडियों में किसानों का शोषण होता रहेगा। इस पर सख़्त से सख़्त कार्यवाही होनी चाहिए। pic.twitter.com/pWKI13e4Vp
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 29, 2021
शुक्रवार को सांसद वरुण गांधी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर एक वीडियो भी शेयर किया. जिसमें वो सरकारी मंडी के किसी अधिकारी को सचेत करते नज़र आ रहे हैं. वे उस अधिकारी को कह रहे हैं कि, हाल ही में देखा गया है कि मोहम्मदी में एक किसान ने अपने धान में खुद आग लगा दी थी. पीलीभीत में भी ऐसा हुआ है. ऐसे प्रकरण पूरे देश और दुनिया में प्रदेश के लिये शर्म का सबब बन गए हैं. उन्होंने आगे कहा, प्रदेश का किसान एकदम बदहाल हो चुका है. उसे और परेशान न करें.