उत्तर प्रदेशलखनऊ

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का पीएम मोदी 13 दिसंबर को करेंगे लोकार्पण, निर्माण में 600 करोड़ हुए हैं खर्च

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के शिलान्यास पर कहा था कि ये शिलान्यास बाबा विश्वनाथ की मुक्ति का पर्व हैं. साथ ही पीएम मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर पूर्व की सरकारों का सहयोग मिलता तो आज वो लोकार्पण कर रहे होते.

8 मार्च 2019 को शिलान्यास के बाद दो साल के भीतर ही अब पीएम मोदी का महत्वकांक्षी परियोजना काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तैयार हो चुका है. खरमास शुरू होने के ठीक पहले 13 दिसम्बर को पीएम मोदी विश्वनाथ कॉरिडोर को लोकार्पित करेंगे.

2022 यूपी विधान सभा चुनाव के ठीक पहले उद्घाटन पर इसे एक सियासी प्रयोग के तौर पर भी देखा जा रहा है. उद्घाटन के साथ ही पीएम मोदी विकास के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के अपने एजेंडे का भी साफ सन्देश देंगे.

अधिग्रहण से लेकर निर्माण तक करीब 600 करोड़ हुए हैं खर्च

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के लिए मन्दिर के आसपास की करीब 40 हज़ार वर्गमीटर क्षेत्र का अधिग्रहण किया गया है. मन्दिर परिसर के आसपास सघन आबादी को विस्थापित करना सबसे बड़ी समस्या थी. इसके लिए करीब 260 भवन स्वामियों के साथ-साथ इसमे रहने वाले किरायेदारों को मुआवजा राशि दी गई. कॉरिडोर निर्माण के लिए अधिग्रहण में करीब दो साल का समय लगा है. अधिग्रहण के बाद पुराने मन्दिरों के सरक्षण का बड़ा मुद्दा था. अधिग्रहण के बाद कई पुराने मन्दिर और विग्रहों का पता चला है.

करीब 125 छोटे बड़े मन्दिर और विग्रहों को इस कॉरिडोर में एक श्रृंखला के तौर पर स्थापित किया गया है. इस कॉरिडोर के निर्माण में अधिग्रहण और निर्माण पर करीब 600 करोड़ की राशि खर्च हुई है. पूरे परिसर का क्षेत्रफल करीब 55 हज़ार वर्गमीटर में फैला हुआ है.

11 अर्चकों के साथ पीएम मोदी करेंगे पूजा

काशी विद्वत परिषद के महामंत्री और काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रोफेसर राम नारायण द्विवेदी ने बताया कि पीएम मोदी 13 दिसंबर को 11 अर्चकों के साथ बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक और पूजा अर्चना करेंगे. इतना ही नहीं इस भव्य आयोजन के लिए सभी बारह द्वादश ज्योतिर्लिंग के अर्चक को को न्योता दिया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन पर चारों पीठ के पीठाधीश्वर और धर्म आचार्यों भी उपस्थित रहेंगे. इसका जिम्मा अखिल भारतीय संत समिति के ऊपर है.

245 वर्षों के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर के ज़ीरोंद्धार का कार्य कराया गया है. इससे पूर्व अहिल्याबाई ने मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य कराया था लेकिन उस वक्त भी महज मंदिर के गर्भ गृह और उसके आसपास ही निर्माण हुआ था. लेकिन इस बार पीएम मोदी ने 2014 में जो संकल्प लिया था उसकी सिद्धि अब पूरी हो रही है.

पीएम मोदी मन्दिर चौक से करेंगे भक्तों से सीधा संवाद

पुर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड का डिफेंस कॉरिडोर के साथ ज़ेवर एयरपोर्ट की सुगात दे कर पीएम मोदी और योगी का संदेश बेहद साफ है कि विकास के मुद्दे पर उनकी दोनो सरकार बेहद संज़ीदा है. तो दूसरी ओर विंध्याचल कॉरिडोर ,राम मंदिर के बाद अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण के कर एक दूसरा राजनैतिक सन्देश भी पूरी तरह से साफ है कि उनकी सरकार अपनी धार्मिक सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित और संरक्षित करने में भी पीछे नहीं है. कॉरिडोर लोकार्पण के साथ ही पीएम मोदी मंदिर चौक पर ही बने मंच से भक्तों से सीधा संवाद करेंगे.

कॉरिडोर के शिलान्यास के वक्त भी पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था. अगर पूर्व की सरकार ने सहयोग किया होता तो अब तक इसका निर्माण पूरा हो जाता. 2019 के लोक सभा चुनाव के ठीक पहले शिलान्यास और अब यूपी विधान सभा चुनाव के पहले लोकार्पण कर पीएम मोदी एकदम सीधा और सपाट सन्देश देंगे कि उनकी सरकार विकास के साथ साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे पर भी सतत सक्रिय है. और उनके इस आयोजन से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.

कॉरिडोर उद्घाटन के बाद एक महीने तक होंगे लगातार आयोजन

कॉरिडोर के उद्घाटन के साथ ही काशी में कार्यक्रमो की पूरी एक श्रृंखला शुरू होगी. कॉरिडोर उद्घाटन के समय कुम्भ का नज़ारा काशी में देखने को मिलेगा. उद्घाटन के लिए सभी पीठाधीश्वर, द्वादश ज्योतिर्लिंग के अर्चक मौजूद रहेंगे. इसके ठीक बाद 15 दिसम्बर को सभी बीजेपी और उनके समर्थित राज्यों के मुख्यमंत्री काशी में रहेंगे. इन सभी मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम की मुलाकात भी होगी.

इसके बाद 14 जनवरी तक उद्यमी, शिक्षाविद, वास्तुविद, सोशल मीडिया इंफ्लून्सर ,पर्यावरणविद, देश के सभी प्रमुख मीडिया समुह के सम्पादकों, ब्लॉगर, टूर ऑपरेटर, विभिन्न देशों के पर्यटन और संस्कृति मंत्री, ओडीओपी के लाभार्थी, इंजीनियर ,डॉक्टर लोग अलग अलग दिनों में काशी में इकट्ठा हो कर सरकार के कामकाज और नीतियो पर मंथन करेंगे.

पूरे महीने का शिड्यूल कुछ इस प्रकार है

  • -13 दिसंबर 2021 (सुबह 11:30 से दोपहर 12.30 बजे तक) श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण
  • 14 दिसंबर 2021 को बीजेपी के देश के सभी पदाधिकारियों का सम्मेलन
  • 15 दिसंबर 2021 को देश के सभी बीजेपी/ सहयोगी दलों शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन
  • 16 दिसंबर 2021 को देश के सभी महापौर का सम्मेलन
  • 17 दिसम्बर 2021 को देश के सभी जिला पंचायत अध्यक्षों का सम्मेलन
  • 18 दिसंबर 2021 को देश के सभी धर्माचार्यों का सम्मेलन
  • 19 दिसंबर 2021 को काशी विश्वनाथ मंदिर के गौरवशाली इतिहास पर विद्वानों का सम्मेलन और काशी विश्वनाथ धाम के गौरवशाली इतिहास एवं वर्तमान स्वरूप पर आधारित पुस्तक का विमोचन
  • 20 दिसंबर 2021 को उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक
  • 21 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में प्रदेश के आर्थिक पुनरुद्धार के लिए जीरो बजट खेती पर राष्ट्रीय सेमिनार
  • 22 दिसंबर 2021 को इतिहासकारों का सम्मेलन
  • 23 दिसंबर 2021 को देश के सभी मशहूर ट्रैवल / ब्लॉग लेखकों का सम्मेलन
  • 24 दिसंबर 2021 को देश के सभी दूर ऑपरेटर्स का सम्मेलन
  • 26 दिसंबर 2021 को संपादकों और मीडिया प्रतिनिधियों का सम्मेलन
  • 27 दिसंबर 2021 को देश के प्रमुख कॉरपोरेट / उद्योगपतियों का सम्मेलन
    • 28 दिसंबर 2021 को भारतीय संस्कृति एवं परंपरा से जुड़े देशों के राजदूतों का सम्मेलन
    • 29 दिसंबर 2021 को विभिन्न देशों के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रियों का सम्मेलन
    • 30 दिसंबर 2021 को देश के देवोत्थानों / बोर्ड के पदाधिकारियों का सम्मेलन
    • 2 जनवरी 2022 को देश के पर्यावरणविद एवं वैज्ञानिकों का सम्मेलन
    • 3 जनवरी 2022 को सोशल मीडिया इंफ्लुएशर्स का कान्क्लेव
    • 4 जनवरी 2022 को विभिन्न विधाओं के कलाकारों का समागम
    • 5 जनवरी 2022 को प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मेलन
    • 6 जनवरी 2022 को प्रदेश के ओडीओपी कारीगरों का सम्मेलन
    • 7 जनवरी 2022 को प्रदेश के स्वच्छाग्रहियों का सम्मेलन
    • 8 जनवरी 2022 को देश के वास्तुविदों का सम्मेलन
    • 9 जनवरी 2022 को देश के अभियंताओं सम्मेलन
    • 10 जनवरी 2022 को प्रदेश के खिलाडिय़ों एवं खेल प्रतिभाओं का सम्मेलन
    • 11 जनवरी 2022 को प्रदेश की लोक विधाओं से जुड़े कलाकारों का समागम
    • 12 जनवरी 2022 को प्रदेश की उद्यमी / स्वावलम्बी महिलाओं का सम्मेलन
    • 13 जनवरी 2022 को महिला स्वयं सहायता समूहों का सम्मेलन
    • 14 जनवरी 2022 को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का काशी भ्रम

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में कुल 24 भवन बनाए जा रहे हैं. 3 यात्री सुविधा केन्द्र का निर्माण पूरा हो चुका है. काशी विश्वनाथ मंदिर के चार प्रवेश द्वार बनाए जा चुके हैं.

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