लखनऊ : इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना और पैगम्बर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत का महीना मोहर्रम का चांद आज पूरे देश में देखा जाएगा. मरकजी चांद कमेटी फिरंगी महल और शिया चांद कमेटी सोमवार देर शाम चांद के दीदार होने पर मुहर्रम की तारीख का ऐलान करेंगी. इमाम ईदगाह और वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद ने मोहर्रम पर सभी से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और कहीं पर भी भीड़ इखट्टा नहीं करने की अपील जारी की है.
हर वर्ष मोहर्रम के चांद के दीदार होने के बाद से ईदगाह लखनऊ में इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से इस्लामिक जलसो का आयोजन किया जाता है. इन जलसों में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग लखनऊ और आस-पास के इलाकों से शिरकत करते हैं. मौलाना खालिद रशीद की सरपरस्ती में होने वाले इन जलसों में प्रदेश के कई उलमा भी हर वर्ष शरीक होते हैं. कोरोना महामारी और तीसरी लहर की दस्तक के चलते इस वर्ष यह जलसे मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद ने रद्द कर दिए हैं और इस बार ऑनलाइन ही जलसों को प्रसारित किया जाएगा.
सोमवार को वरिष्ठ मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने आवाम के नाम वीडियो संदेश जारी कर कहा कि अभी भी कोविड प्रोटोकॉल लागू है और संक्रमण दोबारा से बढ़ रहे हैं इसलिए प्रोटोकॉल का पालन हम सबको करना है और कहीं पर भी भीड़ जमा नहीं करनी है. मौलाना ने कहा कि तीसरी लहर के खतरें को देखते हुए किसी भी जगह भीड़ इखट्टा न करें और अफवाहों पर ध्यान न दें. मौलाना ने बताया कि हर वर्ष ईदगाह में होने वाले जलसों को इस वर्ष रद्द कर दिया गया है और ऑनलाइन उनका प्रसारण इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के पेज पर किया जाएगा.