आजम खान के परिवार की बढ़ीं मुश्किलें! 2 फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले में बेटे और पत्नी समेत सपा सांसद के खिलाफ आरोप तय
सपा सांसद आजम खान (Azam Khan) के बेटे अब्दुल्ला आजम की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. एमपी-एमएलए कोर्ट ने बुधवार को दो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम खान के परिवार पर आरोप तय (Court Framed Charges) किए. सुनवाई के दौरान आजम की पत्नी तंजीम फातिमा कोर्ट में पेश हुईं तो वहीं आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. शिकायतकर्ता आकाश सक्सेना भी इस दौरान कोर्ट में पेश हुए थे.
डीजीसी क्राइम अरुण प्रकाश सक्सेना ने बताया कि रामपुर में अब्दुल्ला आजम समेत दो और लोगों के खिलाफ 2 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र (Fake 2 Birth Certificate) बनाने के आरोप में चार्जशीट दायर की गई है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट की मदद से ही आजन खान के बेटे ने विधानसभा चुनाव लड़ा था. डीजीसी ने कहा कि पूछताछ के दौरान पता चला था कि चुनाव लड़ने के समय पर अब्दुल्ला आजम 25 साल का नहीं था. उसे कोर्ट में पेश किया गया. इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है.
Rampur: Charge-sheet filed against Abdullah Azam Khan and 2 others y'day for forging his two birth certificates
"Abdullah Azam Khan contested Vidhan Sabha elections with the help of one of these birth certificates," said Arun Prakash Saxena, DGC, Crime (1/2) pic.twitter.com/ti0r1odWuc
— ANI UP (@ANINewsUP) August 19, 2021
MP-MLA कोर्ट ने खारिज की डिस्चार्ज एप्लिकेशन
बुधवार को रामपुर के एमपी-एमएलए कोर्ट ने आजम खान की तरफ से लगाई गई डिस्चार्ज एप्लिकेशन खारिज कर दी थी. बीजेपी के पूर्व लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संजोयक आकाश सक्सेना ने दो फर्जी जन्म प्रमााण पत्र के मामले में अब्दुल्ला आजम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस ने इस मामले पर सप्लीमेंट चार्जशीट लगाई थी. पुलिस ने मामले में धारा 120 B भी बढ़ा दी थी. अब्दुला की तरफ से इस पर आपत्ति जताते हुए डिस्चार्ज एप्लिकेशन लगाई गई थी. हालांकि कोर्ट ने इसे मंगलवार को रद्द कर दिया.
कोर्ट अब 26 अगस्त को शिकायकर्ता आकाश सक्सेना का बयान दर्ज करेगा. आरोप लगाया गया था कि अब्दुल्ला आजम ने एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र रामपुर नगर पालिका से बनवाया था. वहीं दूसरा प्रमाण पत्र लखनऊ से बनवाया गया था. पुलिस कोर्ट में पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. एमपी-एमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही है.