लखीमपुर हिंसा पर ओवैसी का PM पर तंज, बोले- मंत्री को उनके पद से हटा देना चाहिए, पर ऐसा होगा नहीं क्योंकि उनका वोट जो चाहिए
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसा केस की जांच कर रही SIT टीम का कहना है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. इसको लेकर AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि लखीमपुर की घटना एक सुनियोजित हत्या थी तो प्रधानमंत्री को नैतिक मुल्यों के आधार पर उन मंत्री को उनके पद से हटा देना चाहिए. वह ऐसा इसलिए नहीं करेंगे, क्योंकि वह मंत्री उच्च जाति से आते हैं और PM को चुनाव में उनका वोट चाहिए. उन्होंने कहा कि प्री प्लांड तरीके से किसानों का मर्डर हुआ है. इंसाफ का मजाक हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद ही मामला सामने आया है. वरना ये योगी-मोदी सरकार इस मसले का खत्म कर देती.
SIT ने सोची-समझी साजिश बताया
दरअसल, लखीमपुर हिंसा मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (SIT) ने भी माना है कि किसानों को गाड़ी से कुचलने की पूरी घटना एक सोची समझी साजिश थी. एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) समेत 14 आरोपियों पर अब गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा.
अब जब पता चल गया है कि लखीमपुर की घटना एक सुनियोजित हत्या थी तो प्रधानमंत्री को नैतिक मुल्यों के आधार पर उन मंत्री को उनके पद से हटा देना चाहिए। वह ऐसा इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि वह मंत्री उच्च जाति से आते हैं और PM को चुनाव में उनका वोट चाहिए: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी https://t.co/dxTzh1HjxP pic.twitter.com/4HsnQ65H8E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2021
गैर इरादतन हत्या की जगह हत्या का केस चलेगा
केंदीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा मोनू समेत 14 आरोपियों के विरुद्ध पहले धारा 279, 338, 304 ए के तहत मामला दर्ज किया गया था. जांच के बाद SIT ने इसे सोची-समझी साजिश बताया. अब जांच एजेंसी ने धारा 307, 326, 302, 34,120B,147,148,149, 3/25/30 के तहत मुकदमा चलाने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है.
3 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
बता दें, 3 अक्टूबर (रविवार) को लखीमपुर के तिकुनिया में किसान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का विरोध करते हुए काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था. इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद हिंसा भड़क गई थी. भड़की हिंसा के दौरान एक पत्रकार समेत 4 अन्य की भी मौत हुई थी. इस मामले में उनके बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के केस दर्ज किया गया था.