अमेठीउत्तर प्रदेश

कोरोना की थर्ड वेब से पहले ऑक्सीजन आपूर्ति में अमेठी बना आत्मनिर्भर।

लगातार इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्दी ही तीसरी लहर आने वाली है । इसके लिए नीति आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी रिपोर्ट भी सौंपी है । जिसमें उन्होंने बताया है की कोरोना की तीसरी लहर अक्टूबर माह में अपने चरम पर होगी । इसके लिए सरकार को स्वास्थ्य विभाग में बड़ी तैयारियां करने की आवश्यकता है । क्योंकि यह थर्डवेव विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के लिए घातक सिद्ध होने वाली है ।इसी थर्ड वेब को दृष्टिगत रखते हुए अमेठी जनपद में तैयारियां पूरी कर ली गई है । तीसरी लहर आने से पहले जिले में 7 ऑक्सीजन प्लांट काम करने लगे हैं। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष दुबे ने बताया कि अमेठी जनपद दान वीरों की धरती है । यहां के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का जनता के प्रति समर्पण भाव के कारण जिले के स्वास्थ्य विभाग को 7 ऑक्सीजन प्लांट मिल चुके हैं । जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश मसाला के द्वारा लगाया गया है। जबकि बगल में कोविड-19 अस्पताल के सामने इंडो गल्फ फर्टिलाइजर कंपनी के सीएसआर फंड से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है ।

इसी के साथ बगल में स्थापित एसीसी फैक्ट्री में 100 सिलेंडर प्रतिदिन रिफलिंग का कार्य करने वाला ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुरसतगंज एवं ट्रामा सेंटर जगदीशपुर में एक-एक ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। जबकि तिलोई के रास्ता मऊ में स्थित 200 बेड के अस्पताल में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है । यह सब हमारी क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और जिला प्रशासन का जनता के प्रति अप्रतिम समर्पण का परिणाम रहा है। आज हम ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बन चुके हैं । यही नहीं इसके साथ-साथ आज की तारीख में हम इस स्थिति में है कि हमारे अगल-बगल जनपदों को यदि आवश्यकता पड़ने तो हम अपने रिफिलिंग प्लांट से ऑक्सीजन देने की स्थिति में हैं। यह स्थानीय जनप्रतिनिधियों का समर्पण ही है जिसके कारण हम लोग तीसरी बबेब की तैयारी में पूरी तरह सक्षम और सबल हो चुके हैं ।

इसके बावजूद हम परमपिता परमात्मा से यह प्रार्थना करते हैं कि हमारी तैयारियां तैयारियां ही रह जाएं और इसकी जरूरत ना पड़े । जिससे अमेठी की जनता सदैव स्वस्थ रहें यही हमारा प्रयास है। जिला अस्पताल में लगने वाला ऑक्सीजन प्लांट 100 बेड के लिए पर्याप्त है । जबकि कोविड-19 अस्पताल के सामने वाला प्लांट 200 बेड को ऑक्सीजन देने के लिए पर्याप्त है । इसी तरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुरसतगंज और ट्रामा सेंटर जगदीशपुर में जो प्लांट लगे हुए हैं वह 50-50 बेटों पर ऑक्सीजन की सप्लाई देने के लिए पर्याप्त है । इस प्रकार तिलोई के रेफरल अस्पताल में लगने वाला एक प्लांट 500 बिस्तरों के लिए पर्याप्त है वहीं पर दूसरे प्लांट से लगभग 200 बेडों को ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा सकती है। इस प्रकार अमेठी जनपद में कुल 1100 बेडों को ऑक्सीजन सप्लाई देने की व्यवस्था है । इसी के साथ साथ एसीसी सीमेंट फैक्ट्री में लगा हुआ ऑक्सीजन रिफलिंग प्लांट से 100 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन की आपूर्ति मिलती रहेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button