PM मोदी पर अखिलेश यादव का तंज, बोले- एक क्या, 3 महीने बनारस में रहें, आखिरी समय वहीं रहा जाता है
उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखा प्रहार किया है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि उन्हें (पीएम मोदी और अन्य बीजेपी नेताओं को) एक महीना क्या, 3 महीने तक बनारस में रहना चाहिए…वो जगह रहने के लिए अच्छी है…आखिरी समय में वहीं रहा जाता है.
अखिलेश ने यूपी के जिले इटावा के सैफई में यह भी कहा कि यूपी की जनता इस बार बीजेपी सरकार को हटा देगी. जो एक्सप्रेस-वे बने हैं, वे सपा के एक्सप्रेस-वे हैं. बीजेपी हमारे सामने झूठ बोल सकती है, लेकिन भगवान के सामने नहीं. सपा सरकार बनने के बाद जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को हम 25 लाख रुपए का मुआवजा देंगे.
गरीबों को घी व दूध का इंतजाम क्यों नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि खाद के लिए किसान लाइन में लगा है, सरकार जवाब नहीं दे पा रही है. किसान को खाद व बिजली सस्ती चाहिए सरकार उसे नहीं दे पा रही है. जिस तरह से राशन का वितरण हो रहा है क्या पर्याप्त न्यूट्रीशियन गरीब को मिल रहा है. गरीबों को घी व दूध का इंतजाम क्यों नहीं किया गया. सरसों का तेल आज लोग महंगा खरीद रहे हैं.
बीजेपी ने अपने ही लोगों को पैदल कर दिया
सीएम की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में अपने ही लोगों को पैदल कर दिया है. उन्होंने नाम लिए बगैर कहा कि एक नेता को पैदल कर दिया गया तो दूसरे को स्टूल पर बैठा दिया गया है. जो कृषि कानून पहले वापस होने चाहिए थे, वो अब लिए गए, वरना 700 किसानों की जान नहीं जाती. इतना बड़ा आंदोलन किसानों को नहीं करना पड़ता.
इटावा में विकास कार्यों को रोका गया
उन्होंने कहा कि इस सरकार में किसानों के हकों का हनन हो रहा है. उन्होंने कहा कि विकास के कार्य सपा ने ही कराए. लखनऊ के डीजीपी हेडक्वार्टर को उनकी सरकार के कार्यकाल में ही बनवाया गया था. 112 पुलिस सेवा उन्होंने ही शुरू की थी. इटावा में लायन सफारी को आज तक शुरू नहीं किया गया है. जेल का उद्घाटन तो हो गया, लेकिन उसे अभी तक चालू नहीं किया जा सका है. इटावा में सरकार ने भेदभाव किया और यहां के सारे विकास कार्य रोक दिए गए. इटावा के वर्ड फेस्टिवल को सरकार ने रोक दिया. एटा में बिजली के कारखाने का काम आज तक पूरा नहीं किया गया. सैफई के क्रिकेट स्टेडियम की हालत बदतर कर दी गई.