लखनऊ। देश के प्रमुख औद्योगिक संगठन इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के लखनऊ चैप्टर का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के न्याय एवं विधायी कार्य मंत्री बृजेश पाठक तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह रहे। वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह, राजस्व परिषद के चेयरमैन मुकुल सिंघल, अमेरिकी दूतावास के नार्थ इंडिया आफिस के डायरेक्टर माइकल रोसेंथाल, पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन और अपर पुलिस महानिदेशक, सुरक्षा, विनोद कुमार सिंह सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम में इंडो-अमेरिकन चैम्बर ऑफ कॉमर्स नार्थ इंडिया काउन्सिल के रीजनल प्रेसीडेंट रमन राय, वाइस प्रेसीडेंट रोहित कोच्चर और रीजनल वाइस प्रेसीडेन्ट अरुन कारना ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश के आर्थिक विकास में एमएसएमई का महत्वपूर्ण योगदान होता है। एमएसएमई के जरिये छोटे उद्योगों को प्रोत्साहन देकर रोजगार के नए अवसर सृजित किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश निवेशकों लिए फेवरेट डेस्टीनेशन बन गया है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की उद्योगों को लेकर पॉजिटिव एप्रोच है, इसी कारण यूपी की इमेज बदली है। चैप्टर के उद्घाटन पर उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि लखनऊ चैप्टर के शुरू होने से सरकार और उद्यमियों के बीच के गैप्स को कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से कोरोना काल में माइक्रोसाफ्ट जैसी कंपनियों ने यूपी में निवेश का निर्णय लिया है। पेप्सिको मथुरा में 800 करोड़ का निवेश कर रही है। कोरोना के कारण उत्पन्न कठिनाइयों को देखते हुए उद्यम स्थापना के लिए 72 घण्टे में एनओसी देने का प्राविधान किया गया। चीन के मुकाबले उत्तर प्रदेश से निर्यात बढ़ाने पर कार्य किया जा रहा है।