उत्तर प्रदेशनोएडा

सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट्ट पर स्याही पोतने के मामले में 150 लोगों पर केस दर्ज, वायरल वीडियों के आधार पर की गई आरोपियों की पहचान

सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट्ट पर स्याही पोत कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक तेजपाल नागर आदि का नाम मिटाने वाले करीब 150 लोगों के खिलाफ दादरी थाने में विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस आरोपियों की पहचान कर रही है. उन्होंने बताया कि इस वीडियो में समाजवादी पार्टी के नेता श्याम सिंह भाटी और उनके समर्थक नजर आ रहे हैं.

अपर पुलिस उपायुक्त विशाल पांडे ने बताया कि इस मामले में 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. उन्होंने बताया कि शिलापट्ट पर लगे नामों के ऊपर कालिख पोतकर कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में धारा 153, धारा 3, धारा 6 स्पेशल पावर एक्ट, भारतीय दंड विधान की धारा 427, 269, 270, 271 तथा महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.

पुलिस सुरक्षा हटते घटना को दिया गया था अंजाम

प्रतिमा के अनावरण के बाद ही गुर्जर शब्द को लेकर विवाद होने लगा था. पुलिस अधिकारियों ने प्रतिमा की सुरक्षा में पीएसी को तैनात किया था. पुलिस अधिकारियों का दावा है कॉलेज प्रबंधन के कहने पर सोमवार को सुरक्षा हटा ली गई थी. मंगलवार को फिर से सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि नोएडा के जीटी रोड स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज में 22 सितंबर को मुख्यमंत्री ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था.

सम्राट मिहिर की प्रतिमा को लेकर ग्वालियर में भी विवाद

8 सितंबर को ग्वालियर नगर निगम ने शिवपुरी लिंक रोड पर सम्राट मिहिर भोज की एक प्रतिमा स्थापित की. इस प्रतिमा की शिलापट्टिका पर गुर्जर सम्राट मिहिर भोज लिखा हुआ है. इस पर क्षत्रिय समाज ने आपत्ति जताई. क्षत्रिय समाज का दावा है कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर नहीं थे. साथ ही क्षत्रिय समाज का ये भी कहना है कि महापुरुषों की प्रतिमाओं पर उनकी जाति का उल्लेख करना भी ठीक नहीं है. बड़ी बात ये है कि यहां दोनों ही समाज सम्राट मिहिर भोज को अपनी-अपनी जाति का बता रहे हैं.

(भाषा के इनपुट के साथ)

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