बीजेपी ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई टीम की घोषणा की. इस राष्ट्रीय कार्यसमिति में प्रमुख रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह नितिन गडकरी, राज्यसभा में सदन के नेता केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल हैं.
राष्ट्रीय कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य होंगे. इनमें मुख्यमंत्री, उप-मुख्यमंत्री, विभिन्न विधानसभा एवं विधान परिषद में विधायक दल के नेता, पूर्व उप-मुख्यमंत्री राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी / सह प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष शामिल हो गए हैं. बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 7 नवंबर को दिल्ली में होगी. पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद जेपी नड्डा के नेतृत्व में यह पहली कार्यकारिणी बैठक होगी.
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने राष्ट्रीय कार्यसमिति एवं राष्ट्रीय कार्यसमिति के लिए विशेष आमंत्रित और स्थायी आमंत्रित (पदेन) सदस्यों की नियुक्ति की। https://t.co/7FRFUICsx7
— BJP (@BJP4India) October 7, 2021
कार्यकारिणी में कुल 309 सदस्य घोषित
बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कुल 309 सदस्य घोषित किए गए हैं. इस बार मेनका गांधी और लखीमपुर हिंसा को लेकर लगातार मुखर रहने वाले वरुण गांधी का नाम भी कार्यकारिणी कि लिस्ट से बाहर है. रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन का नाम शामिल है. वहीं इस सूची में पार्टी के सभी पदाधिकारी, मोर्चों के अध्यक्ष, सभी प्रवक्ता, सभी प्रदेशों के अध्यक्ष शामिल किए गए हैं.
Bharatiya Janata Party (BJP) national office bearers to meet on 18th October: Sources pic.twitter.com/6DbxMlGKe0
— ANI (@ANI) October 7, 2021
क्या है राष्ट्रीय कार्यकारिणी ?
दरअसल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी पार्टी का एक प्रमुख विचार-विमर्श करने वाला निकाय है, जो सरकार के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलता है और संगठन के एजेंडे को आकार देता है. कोरोना महामारी की वजह से लंबे समय से कार्यकारिणी की बैठक नहीं हो पाई है.
कार्यकारिणी में लगभग 30 फीसदी बदलाव
कुल मिलाकर देखा जाए तो बीजेपी की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लगभग 30 फीसदी बदलाव किया गया है. बाहर से बीजेपी में आए बहुत सारे नेताओं को कार्यकारिणी में जगह लिया गई है. वहीं, बहुत सारे बीजेपी के पुराने नेताओं को इस बार सूची में जगह नहीं मिल सकी. मेनका गांधी और वरुण गांधी दोनों को कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया है.