लखनऊ: कांग्रेस पार्टी लगातार प्रदेश की सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोली हुई है। इसी कड़ी में पार्टी महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के आवाहन पर और प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ अभियान चला रही है। इसी के मद्देनज़र मंगलवार को भी प्रदेश की समस्त विधानसभाओं में कांग्रेसजनों ने पैदल मार्च किया। कांग्रेसियों के मार्च के दौरान अधिकांश जनपदों में पुलिस ने आंदोलनकारियों को बल पूर्वक रोकने का प्रयास किया, कई स्थानों पर तीखी झड़प भी हुई।
क्या है ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ अभियान
बता दें कि कांग्रेस के भाजपा गद्दी छोड़ो मार्च भाजपा सरकार की विफलताओं को लेकर आयेजित किया गया। कांग्रेस ने सरकार से नौजवानों के ऊपर बरसी लाठियों का, अन्नदाताओं के आसुओं का, दलितों पर हुए अत्याचारों का, बढ़ती हुई बेतहाशा मंहगाई, बढ़ती बेरोजगारी, बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था, पेट्रोल डीजल की किमतों में लगातार वृद्धि, कोरोनाकाल में सरकार की विफलता और भ्रष्टाचार, महिलाओं की सुरक्षा व छोटे मझोले व्यापारियों के बदहाली का हिसाब लेने के लिए ये अभियान शुरू किया है।
इस सरकार में अन्नदाता प्रताड़ित किया गया है: अजय लल्लू
प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि सरकार मुकदमें लगाये, लाठी चलवाये, कार्यकर्ताओं को जेल भेजवाए, कांग्रेस का कार्यकर्ता ना जेल जाने से डरता है, ना मुकदमें से। अजय लल्लू ने कहा कि आदित्यनाथ सरकार द्वारा यदि सबसे ज्यादा कोई प्रताड़ित किया गया तो वह प्रदेश का अन्नदाता है। 2017 के चुनाव के समय वादा किया गया कि पूरा कर्जा माफ करेगें, लेकिन उसके बाद फसली ऋण और न जाने क्या-क्या नियम शर्ते लगा दी, सरकार झूठ बोलती रही, सभी को पता है, कर्ज माफी इवेंट में सैकड़ो करोड़ रूपए फूंक दिए गये और कर्ज माफ हुआ एक रुपये, दो रुपए, आठ रूपये।