टिकट बांटने के लिए सपा ने बनाई खास रणनीति, शुरू किया फीडबैक लेने का कार्यक्रम
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दलों की तैयारी तेज होती जा रही है. चुनाव को लेकर बसपा ने कुछ सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, तो आम आदमी पार्टी ने भी अब तक 100 संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इसी कड़ी में उम्मीदवारों का नाम तय करने से पहले समाजवादी पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों का फीडबैक लेने का कार्यक्रम शुरू कर दिया है. इसके लिए आज से पहले चरण में शामिल जिलों में बैठक भी शुरू हो गयी हैं.
असल मे सपा टिकट बांटने से पहले जिले से लेकर बूथ कमेटी तक से फीडबैक लेगी. इसमें संगठन की ताकत आंकने के साथ ही संभावित उम्मीदवारों के बारे में फीडबैक लिया जाएगा. इस कार्यक्रम की शुरुआत आज रायबरेली से की गई है. जहां राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और समाजवादी युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव बैठक करने गए हैं. पहले चरण में 4 अक्टूबर तक रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, मिर्जापुर और भदोही में बैठकें होंगी. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा कि अखिलेश यादव ने 400 सीट जीतने की घोषणा की है. हमारा मकसद उसको धरातल पर लाना है. सपा जमीन पर है और भाजपा हवा में, भाजपा हवा में ही उड़ जाएगी.
सपा धीरे-धीरे जमीन में मजबूत होगी- किरणमय नंदा
किरणमय नंदा ने कहा कि सपा धीरे-धीरे जमीन में मजबूत होगी. जनता ने अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाने का तय कर लिया है. सपा ने अपनी सरकार में हर वादा पूरा किया लेकिन भाजपा ने संकल्प पत्र का कोई वादा नही निभाया. यूपी देश की धड़कन है. यूपी के विकास से देश का विकास होता. उन्होंने कहा कि आज देश का विकास चौपट हुआ. भाजपा सिर्फ हिन्दू मुसलमान और धर्म के नाम पर चुनाव लड़ना व तोड़ना चाहती. जबकि हम सभी को जोड़ना करना चाहते. भाजपा सरकार में सिर्फ उसका उद्घाटन हुआ जो काम सपा सरकार में शुरू हुआ.
सपा युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव ने कहा कि प्रत्येक जिले में दो-दो दिन पार्टी संगठन की समीक्षा की जाएगी. पहले दिन विधानसभा क्षेत्रवार बैठक होगी. इसमें विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, महासचिव और सभी सेक्टर प्रभारियों के साथ बूथों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी. दूसरे दिन जिला कार्यकारिणी, सभी फ्रंटल संगठनों के जिला अध्यक्ष, महासचिव, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, विधानसभा चुनाव 2022 में आवेदक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, राष्ट्रीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारियों और प्रमुख नेताओं से संगठन पर चर्चा होगी. कुल 116 दिन का कार्यक्रम है जिसमे 55 जिले, 350 विधानसभा कवर करेंगे. कार्यकर्ताओं को सपा के काम और नीतियों के बारे में भी बताएंगे जिसके साथ वो जनता के बीच जाएं.