किसान आंदोलन ने बढ़ाई बीजेपी की चिंता, किसानों को अपनी तरफ करने के लिए CM योगी कर सकते कोई बड़ा ऐलान
तीन कृषि कानूनों के विरोध में लंबे समय से चल रहे दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन ने बीजेपी की चिताएं बढा दी हैं. 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं अब ऐसे में अगर किसान बॉर्डर पर डटे रहेंगे तो आने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी को काफी नुकसान हो सकता है. क्योंकि यूपी के पश्चिम क्षेत्र में इस आंदोलन का काफी असर देखा जा रहा है. ऐसे में बीजेपी नेतृत्व हर वो कोशिश कर रहा है जिससे किसान आंदोलन का असर चुनाव पर ना पड़ सके.
यूपी विधानसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी और राज्य सरकार के स्तर पर फीडबैक लेने के साथ-साथ कई स्तर पर सर्वे कराये जा रहे हैं. बीजेपी सूत्रों का कहना है कि वेस्ट यूपी में किसानों की समस्या दूसरी है.
रणनीति सही होगी तो काफी हद तक सियासी नुकसान हो सकेगा कम
पश्चिम उत्तर प्रदेश में खासकर मेरठ और मुजफ्फरनगर बेल्ट में गन्ना किसानों की बड़ी संख्या है. इन गन्ना किसानों में भी एक जाति विशेष का वर्चस्व है, इसलिये अगर सटीक रणनीति अपना कर इन गन्ना किसानों को साध लिया जाये तो योगी सरकार काफी हद तक अपना सियासी नुकसान कम कर सकती है.
इन मांगों को पूरा कर बीजेपी साध सकती है किसान को
जानकारी के मुताबिक पिछले 3-4 सालों से गन्ने पर सरकार ने रेट नहीं बढ़ाया है, जिसके कारण किसानों में नाराजगी देखी जा सकती है. इसके अलावा बिजली के महंगे रेट और आवारा पशुओं की समस्या भी इस क्षेत्र में काफी विकराल है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक़ अगर सरकार इन तीन प्रमुख समस्याओं का समाधान कर दे तो किसानों और समाज विशेष की बीजेपी सरकार से दूरी को पश्चिम उत्तर प्रदेश में पाटा जा सकता है.
पंजाब के बराबर मिले समर्थन मूल्य
गन्ना किसानों की मांग है कि पंजाब के बराबर उनको भी समर्थन मूल्य मिलना चाहिए. अभी यूपी में 325 रूपये प्रति कुंटल का रेट है, जबकि पंजाब में 360 रूपये और हरियाणा में 362 रूपये का रेट है. ऐसे में योगी सरकार के लिए इतना रेट बढ़ाना एक बड़ी चुनौती भी है, क्योंकि इससे राज्य सरकार पर काफी बोझ बढ़ जायेगा.
लखनऊ में होगा बड़ा किसान सम्मेलन
किसान मोर्चा 18 सितंबर को एक बड़ा किसान सम्मेलन लखनऊ में आयोजित करेगा. जिसमें प्रदेश के सभी ज़िलों से करीब 20 हजार किसान सहभागिता करेंगे. जानकारी के मुताबिक इसी किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गन्ना के समर्थन मूल्य को बढ़ाने का एलान कर सकते हैं. इसके साथ ही बाकी समस्याओं के समाधान पर भी मुख्यमंत्री किसानों को बड़ी राहत दे सकते हैं.