उत्तर प्रदेशकानपुर

हॉलमार्किंग नियम के चलते सर्राफा व्यापारी परेशान, सुरक्षा के लिए हथियार खरीदने को मजबूर

कानपुर. सर्राफा का व्यापार करने वालों के लिए हॉलमार्किंग का नियम परेशानी का सबब बनता जा रहा है. केंद्र सरकार ने हॉलमार्क को अनिवार्य किया है ऐसे में कानपुर और आसपास के क्षेत्रों से लोग जब अपने आभूषणों को हॉलमार्क कराने पहुंच रहे हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा की बेहद चिंता सता रही है. ऐसे में अब व्यापारी अपनी सुरक्षा के लिए हथियार भी खरीद रहे हैं ताकि किसी अनहोनी से निपटने के लिए वह अपनी जान माल की सुरक्षा कर पाएं.
फर्रुखाबाद के रहने वाले मुदित टंडन पेशे से सर्राफा व्यापारी हैं. फर्रुखाबाद जनपद में करीब 125 साल पुरानी फर्म के जरिए यह सोने चांदी के आभूषणों का व्यापार करते हैं. लेकिन हॉलमार्किंग का नियम लागू होने के बाद से इन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता सता रही है. करीब 140 किलोमीटर दूर कानपुर आकर अब यह सोने चांदी के साथ ही हथियार भी खरीद रहे हैं. मुदित का साफ तौर पर कहना है कि सर्राफा व्यापारी हॉलमार्किंग का विरोध नहीं कर रहा है बल्कि यह ग्राहक और व्यवसाय दोनों के हित में है. लेकिन इस नियम से जुड़े कुछ दूसरे नियम व्यापारियों के हित के लिए नहीं है.
पूरे उत्तर प्रदेश में केवल 19 हॉलमार्किंग सेंटर हैं
मसलन पूरे उत्तर प्रदेश में केवल 19 हॉलमार्किंग सेंटर हैं. कानपुर, फर्रुखाबाद से नजदीक पड़ता है जहां पर 4 हॉलमार्क सेंटर हैं. 31 अगस्त के बाद से सर्राफा व्यापारी बिना हॉलमार्क की ज्वैलरी नहीं बेंच पाएंगे. ऐसे में अपने माल को हर सर्राफा व्यापारी को हॉलमार्क जल्द से जल्द कराना होगा. यानी सोने और चांदी का व्यापार करने वाले व्यापारी को सड़क का रास्ता तय करते हुए कई 100 किलोमीटर दूर हॉल मार्क कराने पहुंचना होगा. ऐसे में लुटेरों और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से उन्हें जान और माल दोनों का खतरा रोजाना बना हुआ है. शायद इसीलिए मजबूर होकर मुदित टंडन जैसे व्यापारी अब कानपुर से अपनी सुरक्षा के लिए एक रिवोल्वर भी खरीद ली है. उनका यह भी कहना है कि सरकार ने इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया.
जान माल की सुरक्षा ही नहीं पोर्टल पर सोने चांदी के आभूषणों की बिक्री को चढ़ाना भी खतरे से खाली नहीं है. यूपी में सर्राफा के बड़े व्यापारी ऐसा मानते हैं की हॉल मार्किंग के साथ लाए गए तमाम नियम सर्राफा व्यापारियों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं. सरकार को इस तरफ जल्द से सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए. ऐसे में व्यापारी अभी भी सरकार की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं कि उन्हें उनकी समस्या का हल दिया जाए.
हर शहर में हॉलमार्क सेंटर होने चाहिए- व्यापारी
यूपी सर्राफ़ा एसोसिएशन के चेयरमैन महेश चंद्र जैन ने कहा कि व्यापारियों की एक बड़ी चिंता सुरक्षा है. जब वह सड़क पर अपना माल लेकर हॉल मार्किंग के लिए निकलेंगे तो उनकी जान और माल की दिक्कत हो सकती है. सर्राफा का कारोबार करने वालों का कहना है कि सोना चांदी का व्यापारी जब अपना माल लेकर सड़क पर रहेगा तो उसे डर तो लगता ही है. उसकी सुरक्षा भी करनी हमें ही पड़ेगी. डेली रूटीन में अगर यह काम किया जाएगा तो कोई भी हमें और हमारे मूवमेंट को ट्रैक कर सकता है. सराफा बाजार में घूमने पर कोई भी हमें पहचान सकता है कि हम व्यापारी हैं जिससे हमें जान माल का भी खतरा हो सकता है. हर शहर में हॉलमार्क सेंटर होने चाहिए ऐसी सुविधा सरकार को करनी चाहिए.

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