हिन्दू समाज को संगठित करना विहिप का उद्देश्य : मधुराम
लखनऊ। हिन्दू समाज को संगठित करना, हिंदू धर्म की रक्षा करना और समाज की सेवा करना विश्व हिन्दू परिषद VHP का उद्देश्य है। भारत के लाखों गांवों और कस्बों में विहिप को एक मजबूत, प्रभावी, स्थायी और लगातार बढ़ते हुए संगठन के रूप में देखा जा रहा है। यह बातें विश्व हिन्दू परिषद कानपुर प्रान्त के प्रान्त संगठन मंत्री मधुराम ने गुरूवार को कानपुर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि रामराज्य की संकल्पना के साथ स्वतंत्र हुए भारत में भी हिंदुओं की दुर्दशा का अंत नहीं हुआ था। अवैध धर्मान्तरण, गौहत्या, देवी-देवताओं, महापुरुषों, हिन्दू प्रतीकों के अपमान आदि कारणों से हिन्दू अपने ही देश में स्वयं को दूसरी श्रेणी का नागरिक समझने को विवश हो रहा था। तब भारतीय सनातन संस्कृति के मान-बिंदुओं की रक्षा हेतु विश्व हिंदू परिषद (वीएची) की स्थापना 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन हुई थी।
एक लाख सेवा कार्यों का संचालन कर रही विहिप
विश्व हिन्दू परिषद् हिन्दू समाज में व्याप्त अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के निरंतर प्रयासरत है। विहिप समाज की अंतर्निहित हिंदू एकता को पुनर्जाग्रत करने के लिए समाज का कायाकल्प कर रही है। इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलम्बन, ग्राम शिक्षा, वनवासी-गिरिवासी बन्धुओं के लिए एकल विद्यालय, एकल चिकित्सालय, मंदिर आदि के क्षेत्रो में एक लाख से अधिक अधिक सेवा परियोजनाओं के माध्यम से विहिप हिन्दू समाज की जड़ों को मजबूत कर रही है।
स्थापना दिवस पर आयोजित होंगे कार्यक्रम
विश्व हिन्दू परिषद के स्थापना दिवस पखवाड़ा में लाखों ग्राम, नगर, शहरों में स्थापना दिवस के कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। कानपुर महानगर द्वारा 28 अगस्त को लाजपत भवन, मोतीझील में सायं 04 बजे बजे से विश्व हिन्दू परिषद का स्थापना दिवस का उत्सव मनाया जाएगा।