शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में कुछ दिन पहले एक सिपाही की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई थी। जिसके बाद मृतक के पिता ने उसकी सिपाही पत्नी पर ही कई गंभीर आरोप लगाते हुए की दर्ज कराया था। जिसके बाद सिपाही पति की मौत प्रकरण में आरोपित पत्नी एक माह से बिना सूचना के गायब है। ऐसे में उनका वेतन भी रोक दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद जिले के एसपी ने दी है।
ये है मामला
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, गाजियाबाद के भोजपुरा थाना क्षेत्र के गांव पट्टी निवासी दिलीप कुमार लखनऊ के बाजार खाला थाने में तैनात थे। उनकी पत्नी आंचल महिला थाने में तैनात हैं। 30 मई को छुट्टी पर आए दिलीप ने तारीन जलालानगर मुहल्ला स्थित किराये के कमरे में फंदे पर लटककर जान दे दी थी। इस मामले में दिलीप के पिता उमेद सिंह ने अपनी बहू व डायल 112 के सिपाही जुबैर खां के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया था।
एसपी ने दिए वेतन रोकने के आदेश
पुलिस ने जब दोनों के मोबाइल की काल डिटेल निकलवाई तो दोनों के बीच काफी नजदीकियां होने की बात सामने आई। इसके बाद पुलिस की जांच पड़ताल ने तेजी पकड़ी तो 17 जून से आचंल बिना सूचना के ही ड्यूटी से गायब हो गई। पुलिस ने जब संपर्क करने का प्रयास किया तब भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। इसके बाद एसपी के आदेश पर उनका वेतन रोक दिया गया। डायल 112 के सिपाही जुबैर की कई शिकायतें मिलने पर एसपी ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा था। जिसके बाद उसका सात जुलाई को बिजनौर के लिए स्थानांतरण हो गया है।