वृंदावन से गोकुल तक बनाया जायेगा यमुना रिवर फ्रंट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट की तरह वृन्दावन से लेकर गोकुल बैराज तक यमुना रिवर फ्रंट बनाया जायेगा। इसका खाका तैयार हो गया है। इसमें यमुना के किनारे वृक्षारोपण भी किया जायेगा। यमुना किनारे लोगों के घूमने और बैठने के लिए स्थान बनाया जायेगा। इस प्रस्ताव पर टाटा कन्सल्टेंसी एजेंसी ने दिल्ली में प्रेजेंटेशन दिया है। यमुना के किनारे ऐसे वृक्ष लगाये जायेंगे जो पर्यावरण के लिए लाभदायक होंगे। यमुना शुद्धिकरण के अलावा यमुना किनारों की बेहतरी भी हमेशा विचारणीय बिंदु रही है। इस संबंध में मथुरा सांसद हेमामालिनी ने पहल करते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की थी।
संयोग से उसी दिन यमुना शुद्धिकरण को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने जो बैठक बुलाई थी, उसमें उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नागेंद्र प्रताप और विकास प्राधिकरण के ओएसडी क्रांतिशेखर भी गये थे। सांसद हेमामालिनी भी मौजूद थीं। टाटा कंसल्टेंट ने जो प्रोजेक्ट दिखाया, वह प्रभावित करने वाला था। इसमें यमुना में गंदे जल का प्रवाह रोकने के लिए नालों को पूरी तरह टैप करने की व्यवस्था थी। अलग-अलग सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने, यानि इंडस्ट्रियल और घरेलू अपशिष्ट पानी के शोधन के लिए अलग ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की व्यवस्था थी। यमुना किनारे व्यवस्थित तरीके से पौधरोपण कर शानदार हरियाली की जाएगी।
कुल मिलाकर वृंदावन से गोकुल तक करीब 25 किलोमीटर तक नदी का किनारा विकसित किया जायेगा। इससे यमुना के प्रदूषण में भी कमी आयेगी। यमुना किनारों को पिकनिक स्पॉट की तरह विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत घाटों का सोंदर्यीकरण भी होना है। केसीघाट, विश्राम घाट, गोकुल के घाट और इस दायरे में आने वाले सभी घाटों के सौंदर्यीकरण की योजना है। प्रोजेक्ट में वॉक वे और साइकिल ट्रैक भी शामिल हैं।
इस बारे में सांसद हेमामालिनी ने बताया कि वह इस प्रोजेक्ट को साकार करने के लिए प्रयासरत हैं। चूंकि इस प्रोजेक्ट पर अरबों की लागत आनी है इसलिए इसमें समय लग सकता है। केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा अभी इस पर मंथन किया जाना है। अभी तो केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के समक्ष कंसल्टेंट ने प्रोजेक्ट रखा है। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीओ नागेंद्र प्रताप ने बताया, यमुना रिवर फ्रंट मथुरा के लिए बहुत अच्छी योजना है।