योगी मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच सियासी हलचल तेज, ये नाम रेस में चल रहे आगे
उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की हलचल फिर तेज हो गयी है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की और शुक्रवार देर शाम प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और पार्टी महामंत्री संगठन सुनील बंसल की विधानसभा अध्यक्ष हदय नारायण दीक्षितसे हुई मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है। बतातें चलें कि मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें पिछले कई महीनों से लगाई जा रही हैं पर किसी न किसी कारण से योगी मंत्रिमंडल का दूसरा विस्तार टलता रहा है। अब जब विधानसभा चुनाव के कुछ ही महीने शेष बचे हैं और संगठन के अंदर और बाहर कई बदलाव हुए हैं तो ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार को आवश्यक माना जा रहा है।
इस विस्तार में विधान परिषद के दो सदस्यों को भी स्थान दिए जाने की बात कही जा रही है। जिसमें पूर्व नौकरशाह अरविन्द कुमार शर्मा का नाम सबसे आगे है। 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यह दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार होगा, जिसमें ब्राम्हण, निषाद, जाट, गुर्जर आदि का समयोजन किया जाएगा। संजय निषाद का मंत्रिमंडल विस्तार में नाम तय माना जा रहा है। इस विस्तार में कृष्णा पासवान, तेजपाल नागर, आशीष पटेल तथा महेन्द्र रमाला के नाम भी चर्चा में है।
मंत्रिमंडल विस्तार में कुल 23 विधायकों को शपथ
इस समय योगी सरकार में 23 कैबिनेट 9 स्वतंत्र प्रभार और 22 राज्यमंत्री हैं। कुल मिलाकर 54 मंत्री हैं। अभी 6 मंत्रियों के स्थान रिक्त है। तीन मंत्रियों के निधन के बाद उनके स्थान भी रिक्त हैं। इससे पहले 21 अगस्त 2019 को हुए योगी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार से पहले स्वतंत्रदेव सिंह समेत पांच मंत्रियों का इस्तीफा भी लिया गया था। जिनमें वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल तथा भूतत्व एवं खनिकर्म राज्यमंत्री अर्चना पांडेय शामिल थीं। अब जहां तक योगी मंत्रिमडल की बात है तो पहले मंत्रिमंडल विस्तार में कुल 23 विधायकों को शपथ दिलाई गयी थी। इसमें कुछ तो पहले से ही मंत्रिमंडल में शामिल थे। भाजपा हाईकमान ने कुछ ऐसे विधायकों को भी मंत्री बनाकर सबको चौका दिया था जो पहली बार विधायक बने थे।