मायावती को सीएम बनाने की मुहिम पर निकले जयप्रकाश पर बसपा मुखिया ने जताई आपत्ति
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की पांचवी बार सरकार बनाने के प्रण के साथ यात्रा निकाल रहे बसपा से निष्कासित पूर्व उपाध्यक्ष जयप्रकाश पर मायावती ने एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही लोगों को जयप्रकाश से सावधान रहने की अपील भी की है। मायावती के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनके आलोचकों ने उनको निशाने पर ले लिया है।
मायावती ने रविवार को ट्वीट किया कि बीएसपी मूवमेन्ट की सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की सोच से भटकाव आदि के कारण पार्टी से निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश द्वारा इन दिनों ’बहनजी को सीएम बनाना है’ के नाम पर जगह-जगह घूमकर लोगों से चन्दा आदि वसूलना घोर अनुचित। ऐसे अन्य सभी लोगों से सावधान रहने की अपील।
बीएसपी मूवमेन्ट की सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की सोच से भटकाव आदि के कारण पार्टी से निष्कासित पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री जयप्रकाश द्वारा इन दिनों ’बहनजी को सीएम बनाना है’ के नाम पर जगह-जगह घूमकर लोगों से चन्दा आदि वसूलना घोर अनुचित। ऐसे अन्य सभी लोगों से सावधान रहने की अपील।
— Mayawati (@Mayawati) September 5, 2021
मायावती ने बसपा समर्थकों से साफ तौर पर कहा है कि लोगों से घूमकर चन्दा वसूला जा रहा है। ऐसे लोगों के झांसे में नहीं आना है। इससे पार्टी की ही बदनामी होगी। मायावती के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर उनके आलोचक सक्रिय हो गए हैं। बसपा के आलोचकों में शुमार धर्मेंद्र कुमार जाटव लिखते हैं कि 3 FIR के बाद ये चौथी बार है जब, बसपा व मायावती जी के द्वारा, बसपा से निष्काषित जय प्रकाश पर फर्जी तरह से चंदाखोरी के इल्जाम लगाए गए है। इस मामले में मायावती जी का पक्ष ही सही है, क्योंकि मायावती जी का कहना है कि जयप्रकाश द्वारा बसपा के नाम से उगाए गए धन को बसपा के फंड में जमा नही करवाया जाता है। यह एक गंभीर आरोप है।
कौन हैं जयप्रकाश
जयप्रकाश कभी मायावती के करीबी हुआ करते थे। राहुल गांधी पर एक अभद्र टिप्पणी करने के बाद मायावती ने उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि, जयप्रकाश सिंह ने कभी भी खुद को बसपा से अलग नहीं किया। वह लगातार पार्टी के लिए काम करते रहे। इन दिनों वे मायावती को यूपी में पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने के प्रण के साथ कांशीराम विचार यात्रा (बसपा का विजय रथ) निकाल रहे हैं। इस विजय रथ के जरिए वह प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाकर बसपा की खूबियों से लोगों को अवगत करा रहे हैं। साथ ही मायावती के शासन में किए गए कार्यों को गिना रहे हैं।
जयप्रकाश बोले- भूखे पेट रहेंगे, नहीं लेंगे चन्दा
मायावती के ट्वीट के बाद जयप्रकाश सिंह ने भी सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि मैं और मेरी पूरी टीम आखरी सांस तक बहन जी के साथ है। पांचवी बार बसपा सरकार (उ०प्र०) बनाने के लिए कांशीराम विचार यात्रा (बसपा का विजय रथ)को सफल बनाने के लिए सर्व समाज द्वारा जो स्वइच्छा से 5रु० और 10रु० का आर्थिक सहयोग दिया जा रहा था वह अब बहन जी के आदेशानुसार नही लिया जाएगा। इसके बावजूद भी हम भूखे पेट रह कर भी बहन जी को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए चलाई जा रही यह यात्रा निरंतर चलाते रहेंगे।