बसपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया, “इसके पीछे हमें बीजेपी का राजनीतिक स्वार्थ ज्यादा नजर आ रहा है और ऐसा लगता है कि अब वे देश के कुछ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी कमजोरियों पर पर्दा डालने के लिए इसे राजनीतिक रंग देना चाहते हैं. अगर यह वाकई में कोई साजिश है तो अत्यंत निंदनीय है.”
इसके अलावा मायावती ने यह भी कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफिया तत्व बता कर अब तक जिन लोगों की संपत्ति जब्त या ध्वस्त की है, उनमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के लोग प्रभावित हुए हैं और इससे समुदाय में असुरक्षा की भावना पैदा हो रही है. हालांकि, उन्होंने किसी के नाम का जिक्र किये बगैर यह कहा. गौरतलब है कि योगी सरकार ने मऊ से बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और उनके सहयोगियों के खिलाफ हाल में इस तरह की कार्रवाई की है.