कासगंज: योगी सरकार भले ही प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने की बात कह रही हो, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर सरकार की बातों का कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसा ही कुछ हाल कासगंज जिले का है. जहां पटियाली ब्लॉक के एक जूनियर हाईस्कूल में विगत डेढ़ वर्षों से एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई है. ऐसे में इस विद्यालय में पढ़ने वाले 50 से ज्यादा बच्चों का भविष्य अधर में लटका हुआ है.
कासगंज जनपद के पटियाली ब्लॉक की ग्राम पंचायत नगला अमीर के झाऊझोर गांव में उच्च प्राथमिक विद्यालय में विगत डेढ़ वर्षों से किसी भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं है. झाऊझोर गांव में एक ही परिसर में प्राथमिकऔर उच्च प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग है. प्राथमिक विद्यालय में दो शिक्षामित्रों सहित पांच अध्यापकों की नियुक्ति है. लेकिन, उच्च प्राथमिक विद्यालय में विगत डेढ़ वर्षों से एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाचार्य ओमप्रकाश ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व उच्च प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक मकसूद अहमद के सेवानिवृत्त के बाद से यहां किसी शिक्षक की तैनाती नहीं की गई है. जिससे प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है. दोनों विद्यालयों की छात्रों संख्या 211 है. इस हिसाब से शिक्षकों की संख्या काफी कम है.
जब पटियाली ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी अंकित मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि दोनों विद्यालय कम्पोजिट हैं. जिससे प्राइमरी स्कूल के शिक्षकों द्वारा ही जूनियर स्कूल के बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है. ब्लॉक में ऐसे चार जूनियर विद्यालय हैं. जहां एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं है. जिनमें प्रमुख रूप से जूनियर हाईस्कूल झाऊझोर, जूनियर हाईस्कूल नई मुशियार, जूनियर हाईस्कूल नौगंवा चहका और जूनियर हाईस्कूल भरगैन का विद्यालय शामिल है. जिसको लेकर रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी है. जैसे ही शासन से शिक्षकों के लिए स्वीकृति मिलती है, इन विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जाएगी.