गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 600.11 लाख रूपये अवमुक्त
लखनऊ। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रथम किश्त के रूप में 600.11 लाख रु0 अवमुक्त किये जाने की कार्यवाही शुरू हो गयी है। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने मंगलवार को समीक्षा बैठक के बाद बताया कि गोरखपुर में 52.738 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है तथा बाउण्ड्रीवाल के निर्माण हेतु 240.095 लाख रु0 की धनराशि निर्गत कर दी गई है। भूमि के समतलीकरण एवं अन्य कार्यों हेतु 399.89 लाख रु0 की धनराशि अवमुक्त की गई है। परियोजना की कुल लागत 26750.56 लाख रु0 है।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित प्रोजेक्ट माॅनीटरिंग ग्रुप की बैठक में आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड, नये मेडिकल कालेजों की स्थापना, चकगंजरिया लखनऊ में अटल बिहारी बाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय की स्थापना, गोरखपुर में प्रस्तावित महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना तथा आजमगढ़, अलीगढ़ एवं सहारनपुर में प्रस्तावित विश्वविद्यालय की स्थापना की प्रगति की समीक्षा की गई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड योजना की प्रगति बढ़ाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे क्लस्टर्स को चिन्हित कर लिया जाये जहां पर औसत से कम कार्ड बने हैं, ऐसे क्लस्टर्स में विशेष अभियान चलाकर लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड बनवाये जायें। उन्होंने आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड योजना में प्रगति बढ़ाने के लिए एजेन्सियों की संख्या बढ़ाने तथा इस कार्य में स्वयं सहायता समूहों एवं राशन विक्रेताओं का भी सहयोग लेने का सुझाव दिया। आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड योजना की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि 45.6 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों में कम से कम एक आयुष्मान कार्ड अवश्य बना है तथा औसत से कम प्रगति वाले क्लस्टर्स को चिन्हित कर 16 सितंबर, 2021 से 15 दिवस का विशेष अभियान प्रस्तावित है, जिसमें छूटे हुए लाभार्थियों का मौके पर ही कार्ड बनाये जायेंगे।