कुछ ही दिन पहले योगी सरकार की तरफ से ये आदेश जारी किए गए थे कि अब तकरीबन पचास प्रतिशत दरोगाओं को शहरों में तैनाती देकर थानेदार बनाया जायेगा। जिसके बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कुछ निर्देश जारी किये हैं. जिसके अंतर्गत अब पुलिस कमिश्नरी के तीनों जोन, पूर्वी, पश्चिमी और साउथ के दो-दो थानों में एसओ की तैनाती की जाएगी. जिससे एसएसआई को थानेदारी करने का अनुभव मिले और जब वह इंस्पेक्टर की रैंक पर पहुंचे तो सहूलियत हो.
होगी एसओ की तैनाती
जानकारी के मुताबिक, कानपुर में कमिश्नरी के सभी 34 थानों में इंस्पेक्टर रैंक के अफसर ही थानेदार हैं. अब हर जोन के दो-दो थानों में एसएसआई (सीनियर सबइंस्पेक्टर) की तैनाती की जाएगी. पुलिस कमिश्नर के बनाए मानकों पर खरे उतरने वाले एसएसआई को ही तैनाती मिलेगी. कमिश्नरी लागू होने से पहले तीन चार थानों में एसएसआई थानों के एसओ (स्टेशन ऑफिसर) थे. जब कमिश्नरी लागू हुई तो इन थानों में भी इंस्पेक्टर को थानेदारी की कमान दी गई.
इस बीच शासन ने आदेश जारी किया है कि पचास फीसदी तक एसएसआई की तैनाती थानों में की जाए. इसको देखते हुए पुलिस कमिश्नर ने निर्णय लिया है कि तीनों जोन, पूर्वी, पश्चिमी और साउथ के दो-दो थानों में एसओ की तैनाती की जाएगी. जिससे एसएसआई को थानेदारी करने का अनुभव मिले और जब वह इंस्पेक्टर की रैंक पर पहुंचे तो सहूलियत हो. ये बदलाव जल्द लागू कर थानों में एसओ की तैनाती कर दी जाएगी. कानपुर के चारा बड़े थानों में चकेरी, नौबस्ता, बर्रा, कल्याणपुर और बिठूर थाने शामिल हैं. पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि इन थानों में अनुभवी इंस्पेक्टर की ही तैनाती रहेगी. शहर के भीतर के जो थाने हैं उनमें एसओ की तैनाती की जाएगी. कुल मिलाकर पूरी कमिश्नरी के छह थानों में एसओ तैनात होंगे.
इनको मिलेगी प्राथमिकता
हालाँकि इन सबमे बड़ी बात ये है कि पुलिस कमिश्नर व एक दो अन्य उच्चाधिकारियों ने मानक तय किए हैं. जिसमें एसएसआई को बेदाग होना चाहिए. अगर विभागीय कोई उपलब्धि है तो उसको भी प्राथमिकता मिलेगी. बेहतर गुडवर्क करने वाले और उनकी सक्रियता देखी जाएगी.