इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में नया मामला पीएचडी प्रवेश से जुड़ा हुआ है। जहां इसके 2 विभागों में धांधली के आरोप लगाए गए। दरअसल खबरों के अनुसार इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र और दर्शनशास्त्र विभाग पर गंभीर आरोप लगे हैं।
इसमें पीएचडी प्रवेश में नियमें के तहत काम न होने की बात कही जा रही है। सबसे पहले शिक्षाशास्त्र विभाग में जाति को विशेष को वरीयता देने का मुद्दा उठा, फिर दर्शनशास्त्र में टॉपर को ही चयन से वंचित करने की बात सामने आई।
अब इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन को शिकायती पत्र भेजा गया है। साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राज्यपाल को भी एक पत्र भेजकर शिकायत दर्ज करवाई गई है। दर्शनशास्त्र विभाग की बात करें तो यहां क्रेट 2020 परीक्षा में अभिनंदन पांडे नामक छात्र ने टॉप किया था।
इंटरव्यू प्रक्रिया के दौरान उसका चयन ही नहीं किया गया। इसके बाद यह मामला चर्चा में आ गया। उसने कुलपति को पत्र भेजकर अपनी बात रखी और विभागाध्यक्ष पर पक्षपात करने का भी आरोप लगाया। यह कहा गया कि सभी सीटों में चयन के दौरान जेआरएफ छात्रों को प्राथमिकता दी गई है। अगर प्रक्रिया ऐसी होनी थी तो फिर लिखित परीक्षा करवाने की क्या जरूरत थी, लगातार छात्र यही सवाल पहुंच रहे हैं।