अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव ने पुलिस प्रताड़ना से परेशान होकर खुद को मारी गोली! सुसाइड नोट से हुआ अहम खुलासा
सोमवार को सीनियर आईएएस और यूपी के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे (Rajneesh Dubey) के निजी सचिव ने लखनऊ सचिवालय में खुद को गोली मारकर आत्महत्या की कोशिश की. पुलिस को इस मामले की छानबीन के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें बहन के ससुराल पक्ष के साथ विवाद और पुलिस प्रताड़ना की वजह से मानसिक रूप से परेशान होने का जिक्र किया गया है. मृतक का नाम विशंभर दयाल (Vishambhar Dayal) है और मिले सुसाइड नोट में ससुराल वालों से चल रहे विवाद और दर्ज मुकदमे के कारण परेशान होने की बात लिखी है.
उन्नाव के औरास थाने में विशंभर दयाल की बहन ने एक मामला दर्ज कराया हुआ है जिसमें उसके ससुराल पक्ष पर इल्जाम लगाए गए हैं. डीसीपी मध्य ख्याति गर्ग ने बताया सुसाइड नोट में विशंभर ने बहन के विवाद का जिक्र किया है और उसके ससुराल पक्ष की तरफ से परेशान किए जाने का भी जिक्र है. विशंभर के बहन के ससुराल पक्ष ने भी इसी थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया हुआ है. इस मामले में विशंभर आरोपी हैं और ऐसा माना जा रहा है कि इसी मुक़दमे को लेकर औरास थाने की पुलिस विशंभर को परेशान कर रही थी. विशंभर दयाल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह को दे दी गई है.
ICU में हैं विशंभर दयाल
खुद को गोली मारने के बाद विशंभर दयाल को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें लोहिया अस्पतालरेफर कर दिया गया था. अभी भी उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. लोहिया अस्पताल के सीएमएस डॉयर भटनागर के मुताबिक उनके सिर में गोली रह गई है. सीटी स्कैन के बाद उन्हें ICU में एडमिट किया गया है. उनका जल्द ही एक ऑपरेशन किया जाएगा. फिलहाल विशंभर दयाल की हालत गंभीर है, न्यूरो सर्जन के डॉक्टरों की देख रेख में सिर का ऑपेरशन कर के गोली निकलने का प्रयास किया जा रहा है. नगर विकास के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने दोपहर 1 बजे के करीब खुद को गोली मार ली थी. उन्होंने बापू भवन के आठवें फ्लोर के रूम नम्बर 824 में खुद हो गोली मारी.
मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को जन्माष्टमी की छुट्टी थी, लेकिन उसके बाद भी विशंभर दयाल को अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने ऑफिस आने के लिए कहा था. विशंभर दयाल इसी तनाव में ऑफिस पहुंचे और उन्होंने 8वें तल के कमरा नंबर 824 में खुद को गोली मार ली. उधर नगर विकास के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने बताया कि 9 साल से वह मेरे साथ रहे हैं. मेरे साथ 7 से 8 विभागों में निजी सचिव के पद पर रहे हैं. उनके साथ मेरा घर का रिश्ता है और वे बहन के मुक़दमे की वजह से परेशान थे.