लखनऊ: प्रदेश में तीन दिनों से 108 व 102 के एम्बुलेंसकर्मियों ने हड़ताल कर रखी है. एम्बुलेंस का पहिया थमने से मरीजों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसको लेकर प्रदेश के कई जिलों में एम्बुलेंसकर्मी तीन दिन से हड़ताल पर हैं. ऐसे में मरीजों की जान पर आफत बनी हुई है. लिहाजा, योगी सरकार भी एक्शन में आ गई. धरना स्थल पर दूसरे चालक भेजकर एंबुलेंस को छीन लिया गया. वहीं 500 कर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया. उधर पदाधिकारियों का दावा है कि राज्य भर में करीब 2500 कर्मियों को नौकरी से निकाला गया है.
राजधानी के वृंदावन योजना ट्रामा-टू के पास चार दिन से एम्बुलेंसकर्मियों का प्रदर्शन चल रहा है. वहीं तीन दिन से सेवा ठप है. इस दौरान एम्बुलेंसकर्मियों की कुछ समस्या पर रजामंदी बनी. मगर, सभी मसलों पर सहमति नहीं बनीं. ऐसे में मंगलवार को पहले जहां 13 कर्मियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया गया. साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया गया. वहीं बुधवार को भी कर्मी काम पर नहीं लौटे. ऐसे में सरकार ने अफसरों को हर हाल में एंबुलेंस सेवा बहाल के निर्देश दिए. साथ ही अड़चन डालने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए. ऐसे में बुधवार दोपहर में जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्टिव हुई. रोडवेज, ऑटो आदि के चालक लेकर धरना स्थल पर पहुंची.