तमिलनाडु हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अकेले जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बुधवार सुबह निधन हो गया है. भारतीय वायु सेना ने एक बयान में बताया, ‘भारतीय वायुसेना को बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए गहरा दुख हो रहा है. उनका आज सुबह निधन हो गया है. वह 08 दिसंबर, 2021 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए थे. भारतीय वायुसेना गहरी संवेदना व्यक्त करती है और शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है.’
भारतीय सेना ने आईएएफ के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा है, ‘जनरल एमएम नरवणे सीओएएस और भारतीय सेना की सभी रैंक ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. जिन्होंने 08 दिसंबर, 2021 को कुन्नूर में दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर दुर्घटना में घायल होने के बाद आज सुबह दम तोड़ दिया.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, वीरता और अत्यधिक प्रोफेशनलिज्म के साथ देश की सेवा की है. उनके निधन से बेहद आहत हूं. राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. उनके परिवार और दोस्तों के लिए संवेदनाएं.’
IAF is deeply saddened to inform the passing away of braveheart Group Captain Varun Singh, who succumbed this morning to the injuries sustained in the helicopter accident on 08 Dec 21. IAF offers sincere condolences and stands firmly with the bereaved family.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 15, 2021
अमित शाह ने दुख जताया
भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शोक संवेदना व्यक्त की है. अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, ‘कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. ईश्वर वीर जवान की आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को शक्ति प्रदान करें. मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.’
हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे
8 दिसंबर को बुधवार के दिन तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में भारतीय सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. जिसमें सवार कुल 14 लोगों में से 13 लोगों का उसी दिन निधन हो गया. मृतकों में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat), उनकी पत्नी और 11 जवान शामिल हैं. हादसे में केवल वरुण सिंह ही जीवित बचे थे. उनका बेंगलुरू के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था.